पटना : नवादा जिले में जहरीली शराब पीने से छह लोगों की मौत हो गई है। हालांकि प्रशासन ने शराब पीने की वजह से मौत की बात नकार दिया है। प्रशासन का कहना है कि वह मौत के कारणों का पता लगा रहे हैं। इधर, बेगूसराय में भी शराब पीने से दो युवकों की मौत हो गई है। परिजनों ने आशंका जताई है कि जहरीली शराब पीने से मौत हुई है। मामला बखरी नगर थाना क्षेत्र का है। पुलिस ने दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, मुजफ्फरपुर जिले के मुरौल प्रखंड अंतर्गत ईटहा गांव में भी एक व्यक्ति की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई। परिजनों ने शराब पीने की वजह से मौत की आशंका जताई है। वाहन चालक अशोक कुमार राय उर्फ सुजीत राय की मौत हुई है। अशोक ने जूरनछपरा में एक अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा है। ब्रह्मपुर पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। जबकि पुलिस उस शख्स की तलाश कर रही है, जिसने अशोक को शराब पिलाई थी। अशोक को मनियारी ले जाकर शराब पिलाने वाला शख्स सपरिवार फरार है।
शराब मामले में बर्खास्त पुलिस वालों की मांगी गई जानकारी
शराबबंदी के बाद से अब तक शराब मामले में बर्खास्त पुलिस वालों पर मद्य निषध विभाग ने पैनी नजर रखनी शुरू कर दी है। इसमें इंस्पेक्टर से लेकर सिपाही तक शामिल हैं। मद्य निषेध विभाग ने सभी जिलों के एसपी और एसएसपी को पत्र लिखकर शराब मामले में बर्खास्त पुलिस वालों की जानकारी मांगी है। साथ ही बर्खास्त पुलिस वालों की एक सूची सभी जिलों के एसपी को भेजी है। विभाग ने एसपी से बर्खास्त पुलिस वालों के पिता का नाम, स्थाई और अस्थाई पता और मोबाइल नंबर मांगा है। छह अप्रैल तक सभी एसपी और एसएसपी को यह जानकारी मद्य निषेध विभाग को देनी है।
शराब मामले में बीते कुछ माह में 7 थानेदार हुए हैं निलंबित
पिछले कुछ महीनों में शराब मामले में पुलिस मुख्यालय ने सात थानेदारों को निलंबित किया है। 2020 के नवंबर और दिसंबर में रोहतास मुफ्फसिल, कुदरा, रौशनगंज, कंकड़बाग, गंगा ब्रिज, अहियापुर और मीनापुर थानेदार निलंबित किए गए हैं। इनसे पहले भी दर्जनों थानेदार निलंबित हुए हैं।