पटना : कोरोना संक्रमितों की संख्या कम करने के लिए बिहार आए लोगों की एक बार फिर स्क्रीनिंग होगी। इसमें सबसे पहले महाराष्ट्र से लौटे लोगों की दोबारा जांच होगी। इसके बाद अन्य राज्यों से आए परदेसियों की दोबारा स्क्रीनिंग की जानी है। सरकार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया कि कोरोना को लेकर मुंबाई हाई रिस्क माना जाता है, इसलिए यहां से आए लोगों की ही पहले जांच कराई जा रही है। मुंबई से आए लोगों की स्क्रीनिंग पूरी होने के बाद केरल, दिल्ली, तमिलनाडु से आए लोगों की दोबारा जांच होगी। मुख्य सचिव के मुताबिक यह काम 6 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। बता दें कि 22 मार्च से अब तक करीब 1.80 लाख लोग बिहार आए हैं। ऐसे में इनसे कोरोना का कम्युनिटी इंफेक्शन फैलने की आशंका है।
बाहर से आए लोग रह रहे क्वरेंटाइन सेंटर में
बाहर से आने वाले लोगों में कोरोना के लक्षण मिलने के बाद से सरकार परदेसियों को क्वरेंटाइन सेंटर में रख रही है। यहीं इनकी मेडिकल जांच कराकर 14 दिनों तक निगरानी में रखा जा रहा है। सूबे में करीब 3200 क्वारेंटाइन सेंटर हैं। जहां तकरीबन 27000 लोग रह रहे हैं। वहीं, शुक्रवार को राज्य भर में कोरोना के करीब 439 संदिग्ध मरीज मिले। अब इनकी कुल संख्या 6242 हो गई है।