पटना : बिहार के नए डीजीपी एसके सिंघल ने गुरुवार को पदभार संभाला। पहले दिन तमाम पुलिस पदाधिकारियों और अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें गंभीर आपराधिक मामलों में गिरफ्तारी के संबंध में हर दिन मॉनिटरिंग के आदेश दिए। इसे पुलिस मुख्यालय के स्तर से करना है और जिला पुलिस को इसकी रिपोर्ट भेजनी है। साथ ही कहा कि अधिकांश केस में अब एसपी-डीएसपी और उसके ऊपर के अधिकारी अपनी जिम्मेदारी लेंगे। पहले केवल सिपाही, दारोगा और इंस्पेक्टर की यह जिम्मेदारी होती थी। डीजीपी ने अपराध नियंत्रण, विधि-व्यवस्था और शराबबंदी पर पूरी ताकत से काम करने के लिए कहा और इसमें कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अब विभागीय कार्यवाही हल्की नहीं, कठोर सजा मिलेगी
डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों और पदाधिकारियों को चेतावनी दी कि कोई भी आरोप लगा और वह सही पाया गया तो हल्की सजा नहीं मिलेगी। कठोर सजा मिलेगी। यह नहीं कि विभागीय मामला है तो हल्की सजा देकर निपटा दिया। पुलिस महकमे के लोगों पर लगे आरोपों और उनकी कार्यशैली पर विभाग की पूरी नजर रहेगी।