पटना : भाजपा और कांग्रेस पार्टी ने चुनाव से पहले ही अपने-अपने दिग्गज नेताओं पर बड़ी कार्रवाई कर दी है। भाजपा ने सोमवार को अपने 9 नेताओं को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। वहीं, कांग्रेस ने तीन बड़े नेताओं को चुनाव चयन समिति से बाहर निकाल दिया। भाजपा ने अपने बागी नेताओं में पार्टी के उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह, रामेश्वर चौरसिया, पटना की उषा विद्यार्थी, अनिल कुमार, झाझा से रवींद्र यादव, भोजपुर से श्वेता सिंह, जहानाबाद से इंदु कश्यप, जमुई से अजय प्रताप मृणाल शेखर को 6 साल के लिए निष्कासित किया है। जबकि कांग्रेस ने पहले चरण के लिए घोषित उम्मीदवारों के चयन में गड़बड़ी का आरोप लगाकर प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा, सदानंद सिंह और डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह को चुनाव चयन समिति से बाहर कर दिया है। साथ ही बिहार चुनाव की सभी छह कमेटियों को नहीं रखा। इतना ही नहीं चयन पर सवाल खड़ा करने वाले पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चंदन बागची और अनिल शर्मा को कमेटी में लाया गया।
भाजपा ने बागियों को दी थी चेतावनी
पार्टी से टिकट नहीं मिलने से नाराज नेताओं को दो दिन पहले ही भाजपा ने चेतावनी दी थी। बागी नेताओं को नामांकन वापस लेने को कहा गया था। नामांकन वापस लेने की तिथि भी बताई थी, उक्त समय तक नामांकन वापस नहीं लेने पर उन नेताओं को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने की बात कही गई थी। बता दें ज्यादातर बागी नेता लोजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं।