पटना : दुर्गापूजा में प्रतिमा विसर्जन के दौरान 26 अक्टूबर की शाम मुंगेर शहर में हुई घटना पर राजनीति बयानबाजी का दौर महिषासुर तक पहुंच गया। लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई सांसद चिराग पासवान ने कहा कि स्थानीय पुलिस ने जो कार्रवाई की, वह महिषासुर सरकार के इशारे पर की। मुंगेर में जिस तरह से श्रद्धालुओं पर फायरिंग और लाठीचार्ज हुआ, उसका जवाब मां दुर्गा के भक्त 10 नवंबर को देंगे। बता दें घटना के अगले दिन चिराग ने वहां की एसपी लिपि सिंह को जनरल डायर कहा था। वहीं, केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने पूरी घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। गिरिराज ने कहा कि दुर्गापूजा भारत और इस प्रदेश में नहीं होगी तो कहां होगी? पूजा यहां होगी तो विसर्जन भी यहीं होगा। उन्होंने सरकार से मामले की जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। बता दें इससे पहले ये दोनों नेता मामले में जांच कमेटी गठित करने की मांग कर चुके हैं। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मुंगेर में जो हुआ, वह नहीं होना चाहिए था।
सरकार बर्खास्त करने व राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग
मुंगेर की पूरी घटना को लेकर विपक्ष लगातार नीतीश सरकार पर हमले कर रहा है। शुक्रवार को कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल फागु चौहान से मिला और सूबे की सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। जबकि शिवसेना के नेता संजय राउत ने राज्यपाल से कहा कि सूबे में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। गौरतलब है कि पूरे मामले में निर्वाचन आयोग ने हस्तक्षेप करते हुए मुंगेर की एसपी लिपि सिंह और डीएम राजेश को मीणा को हटा दिया है। नए डीएम और एसपी की पोस्टिंग हो चुकी है, लेकिन शहरवासियों और राजनेताओं का गुस्सा ठंडा नहीं हुआ है।
क्या हुआ था 26 अक्टूबर को
मुंगेर के बाटा चौक पर बड़ी दुर्गा मंदिर की प्रतिमा विसर्जन के लिए जा रही थी। तभी पुलिस-प्रशासन द्वारा प्रतिमा का जल्द विसर्जन करने का दबाव बनाया जाने लगा। जबकि श्रद्धालु पूरी परंपरा और विधिवत प्रतिमा का विसर्जन करना चाहते थे। स्थानीय लोगों और पूजा समिति का कहना है प्रतिमा को कचरा उठाने वाले जेसीबी से उठाकर विसर्जन कराने के बाद बवाल शुरू हुआ। इसका जब लोगों ने विरोध किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज और फिर फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें अनुराग पोद्दार की मौत हो गई। पूरी घटना के बाद से अब तक कई लोग लापता हैं। उनके परिजन थानों में आवेदन दे रहे हैं। जबकि पुलिस का दावा है कि सभी लापता लोगों को ढूंढ़ निकाला गया है। घटना के तीन दिन बाद शहरवासियों ने जबर्दस्त प्रदर्शन किया था और शहर के तीन थानों में आग लगा दी थी। जबकि कई गाड़ियों को भी फूंक दिया था।