पटना : नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण समारोह का आमंत्रण लोजपा और कांग्रेस को नहीं दिया गया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि उन्हें राजभवन से शपथ ग्रहण समारोह का आमंत्रण नहीं आया है। ऐसे में शपथ ग्रहण समारोह में जाने का सवाल ही नहीं उठता है। कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह में सभी पार्टियों को आमंत्रित किए जाने की परिपाटी रही है। इस बार ऐसा नहीं किया गया। वहीं, राजद से तेजस्वी यादव समारोह में शामिल नहीं होंगे। शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में शाम 4:30 बजे होना है। इसको लेकर तमाम तैयारियां भी चल रही हैं। शपथ ग्रहण से पहले भावी उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद सीएम आवास पहुंचे। यहां उन्होंने नीतीश कुमार से मुलाकात की।
नीतीश सातवीं बार सीएम की ले रहे शपथ
नीतीश सात बार मुख्यमंत्री बनने वाले हैं। इसमें छह बार वह भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाए हैं। एक बार नीतीश ने राजद और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। वहीं, नीतीश पहली बार 2000 में मुख्यमंत्री बने थे। फिर 2005 से 2010। फिर 26 नवंबर 2014 से 17 मई 2014, 22 फरवरी 2015 से 26 जुलाई 2017 और 27 जुलाई 2017 से 13 नवंबर 2020 तक मुख्यमंत्री रहे। नीतीश कुमार और सुशील मोदी का 15 साल का साथ टूट गया है। इस बार सुशील मोदी उप मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। इससे पहले नीतीश के मुख्यमंत्री बनने पर तीन बार सुशील उप मुख्यमंत्री रहे हैं।