पटना : बिहार के नए शिक्षा मंत्री डॉ. मेवालाल चौधरी को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। अब आईपीएस अधिकारी ने डीजीपी को पत्र लिखकर उनकी पत्नी नीता चौधरी की मौत की जांच की मांग की है। आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास का कहना है कि एक राजनीतिक षड्यंत्र के तहत नीता चौधरी की उनके आवास पर जलाकर हत्या की गई है। अमिताभ ने कहा कि वह भर्ती घोटाले में अहम सुराग थीं, इसलिए उनकी हत्या कर दी गई। बता दें मंत्री बनाए जाने के बाद से लगातार डॉ. मेवालाल पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कांग्रेस ने भी एनडीए सरकार की जमकर आलोचना की थी।
27 मई 2019 को जलीं थीं नीता चौधरी
मुंगेर जिले के तारापुर स्थित अपने आवास पर 27 जुलाई 2019 को नीता चौधरी जली थीं। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 2 जून 2019 को उनकी मौत हो गई थी। मौत का कारण बताया गया था खाना बनाने के दौरान सिलेंडर से गैस लीकेज से आग लग गई थी और वह पूरी तरह जल गईं।
क्या है भर्ती घोटाला, जिसके आरोपी हैं डॉ. मेवालाल
भागलपुर के सबौर स्थित कृषि विश्वविद्यालय के पहले कुलपति डॉ. मेवालाल चौधरी रहे हैं। इस दौरान उन पर जूनियर वैज्ञानिकों की बहाली और विश्वविद्यालय के भवन निर्माण में घोटाले का आरोप लगा था। तब राज्य के निगरानी ब्यूरो ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी। फिलहाल केस भागलपुर के एडीजे-1 की अदालत में लंबित है।