पटना : पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार ने गुरुवार की दोपहर अपना-अपना पदभार संभाल लिया। जीतन राम मांझी को राज्यपाल फागू चौहान ने विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। इस दौरान जीतन मांझी ने कहा कि वह 34 साल से विधानसभा के सदस्य हैं। उन्हें प्रोटेम स्पीकर का पद वरीयता के आधार पर मिला है। मांझी ने कहा कि मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि जहां मैं 34 साल सदस्य रहा, वहां का प्रोटेम स्पीकर बना हूं। इधर, सुशील मोदी भी विधान परिषद के आचार समिति अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किए। इनके अलावा संजय झा को भी विधान परिषद में पद दिया गया है। इन्हें याचिका समिति का अध्यक्ष बनाया गया है।
25 नवंबर को विस के अध्यक्ष का होगा चुनाव
विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर के रूप में पद संभालने के बाद अब मांझी विधानसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों को विधानसभा की सदस्यता दिलाएंगे। 23 नवंबर से विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है। इसके बाद 25 नवंबर को विधानसभा के अध्यक्ष पद का चुनाव होगा। तब तक मांझी स्पीकर होंगे। बता दें मांझी के बेटे संतोष सुमन मंत्री पद की शपथ ले चुके हैं।
मेवालाल चौधरी हटाए जा सकते हैं मंत्री पद से
भर्ती घोटाले के आरोपी डॉ. मेवालाल चौधरी को मंत्री पद से हटाया जा सकता है। विपक्ष की ओर से लगातार उठ रहे सवाल को देखते हुए नीतीश कुमार यह फैसला ले सकते हैं। उधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल भी कह चुके हैं कि भ्रष्टाचार को लेकर एनडीए की जीरो टॉलरेंस नीति ही रहेगी। बता दें बुधवार की देर शाम मुख्यमंत्री आवास पर मेवालाल चौधरी आए थे। यहां नीतीश कुमार से उनकी काफी देर बात हुई। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि नीतीश उन्हें मंत्री पद से हटा सकते हैं। वहीं, मेवालाल चौधरी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर पलटवार किया और कहा कि उन्हें सामने आकर सवाल-जवाब करना चाहिए।