पटना : बिहार में एक तरफ सरकारी नौकरी की उम्मीद जगी है, दूसरी ओर सरकारी कर्मचारी कर्ज लेकर अपना घर चला रहे हैं। सूबे के अलग-अलग थानों में तैनात प्रशिक्षु दारोगा पिछले तीन महीने से कर्ज लेकर अपना घर चला रहे हैं। इन्हें सितंबर महीने से वेतन नहीं मिला है। करीब 1600 दारोगा हैं। सभी 2018 बैच के हैं प्रशिक्षु दारोगा हैं। पिछले साल जुलाई में राजगीर स्थित बिहार पुलिस अकादमी से प्रशिक्षण पूरा किए थे। फिर कोरोना संक्रमण फैलने के बाद अलग-अलग थानों में इनकी प्रतिनियुक्ति की गई। वेतन से वंचित काफी संख्या में प्रशिक्षु दारोगा मंगलवार की दोपहर बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह से फोन पर बात कर वेतन भुगतान कराने की मांग किए। इस पर मृत्युंजय ने पुलिस मुख्यालय के कोषाध्यक्ष को पत्र लिखा। इधर, डीजीपी ने कहा कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं थी। उन्होंने तत्काल वेतन भुगतान कराने का आश्वासन दिया।
मध्यप्रदेश का रहने वाला है फर्जी सीबीआई अफसर
पटना पुलिस ने एक फर्जी सीबीआई अफसर को गिरफ्तार किया है। गांधी मैदान पुलिस ने मध्यप्रदेश के पिपरिया निवासी हैदर अली को पकड़ा। जबकि उसके तीन साथी भाग गए। हैदर अली से सोने की दो अंगूठी, एक ही नंबर की दो बाइक, नग, मोबाइल, 26 हजार रुपए, स्कैन आधार कार्ड और डिजिटल नापतौल मशीन बरामद हुई है। पुलिस जल्द इससे जुड़े अन्य लोगों की गिरफ्तारी कर सकती है।