पटना : भारत बंद का बिहार में समर्थन करने वाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव खुद इस आंदोलन से गायब हैं। सुबह से देर शाम तक तेजस्वी कहीं भी विरोध-प्रदर्शन या बयानबाजी करने नहीं दिखे। जबकि जाप के संरक्षक पप्पू यादव और कांग्रेस नेताओं ने राजधानी पटना में उग्र प्रदर्शन किया। राजद कार्यकर्ताओं ने भी मंगलवार की अल सुबह से खूब प्रदर्शन किया, लेकिन शीर्ष नेता गायब ही रहे। इधर, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पटना में डाकबंगला चौराहे पर बीजेपी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पोस्टर फाड़ दिया। केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सरकार को किसान विरोधी बताया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि जब तक इस काले कानून को वापस नहीं लिया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
5 दिसंबर को गांधी मैदान के गेट पर किया था प्रदर्शन
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पांच दिसंबर को नए कृषि कानून के विरोध में पटना के गांधी मैदान में प्रदर्शन किया था। मैदान में प्रवेश नहीं मिलने पर गेट नंबर चार पर सुबह से शाम तक बैठकर केंद्र सरकार का विरोध जताया था। कोरोना गाइडलाइन के उल्लंघन को लेकर प्रशासन ने तेजस्वी समेत 18 नेताओं पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की थी। जबकि अज्ञात 100 से अधिक कार्यकर्ताओं पर भी प्राथमिकी हुई थी। तब तेजस्वी ने कहा कि वह किसानों के आंदोलन में अंतिम दिन तक साथ खड़े रहेंगे पर आज के आंदोलन से वह गायब हैं।