पटना : दरभंगा एयरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के तौर पर जल्द विकसित किया जा सकता है। दरभंगा से पास में ही नेपाल होने के कारण इसकी संभावना भी दिख रही है। इसके अलावा फ्लाइट की संख्या बढ़ने वाली है। इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहल शुरू कर दी है। नीतीश ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी को एक पत्र लिखा है। इसमें मुख्यमंत्री ने दरभंगा एयरपोर्ट से संबंधित अपनी पांच मांगें बताई हैं। इनमें दरभंगा एयरपोर्ट का नाम कवि विद्यापति के नाम पर करने, विमान की संख्या बढ़ाने, एयरपोर्ट के विस्तार के लिए जमीन जल्द मुहैय कराने, अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के तौर पर विकसित और एयरपोर्ट की चारदीवारी ऊंची करने की मांग शामिल हैं। नीतीश द्वारा केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री को पत्र लिखे जाने की जानकारी एमएलसी संजय झा ने दी है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर यह बात साझा की है।
नवंबर में ही एयरपोर्ट हुआ है शुरू
बता दें कि दरभंगा एयरपोर्ट की शुरुआत नवंबर महीने में ही हुई है। यहां से फिलहाल तीन महानगरों के लिए फ्लाइट है। दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु के हर दिन फ्लाइट उड़ती है। इसके अलावा कोलकाता से फ्लाइट सेवा करने को लेकर सफल ट्रायल हो चुका है। उम्मीद जताई जा रही है कि नए साल में कोलकाता के लिए फ्लाइट उड़ सकती है। एयरपोर्ट से स्पाइस जेट की फ्लाइट उड़ रही है। गौरतलब है कि इस एयरपोर्ट से पहले भी यहां एयरपोर्ट था। दरभंगा महाराज के जमाने में यहां से कोलकाता के फ्लाइट उड़ती थी। तब पंडित जवाहर लाल नेहरू और प्रथम राष्ट्रपति डॉ.राजेंद्र प्रसाद भी दरभंगा एयरपोर्ट आए थे और यहां से नेपाल फ्लाइट से गए थे।
बिहार का सबसे लंबा रनवे
दरभंगा एयरपोर्ट पर बिहार का सबसे लंबा रनबे बनाया गया है। इसको देखते हुए स्पाइस जेट ने एक साथ 189 यात्रियों के बैठने वाली फ्लाइट लाया है। यहां दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जाने के लिए बुकिंग पहले से ही शुरू है। गौरतलब है कि दरभंगा एयरपोर्ट से 1950 से 1963 के बीच कोलकाता के लिए हवाई सेवा थी। दरभंगा एविएशन नाम की फ्लाइट चलती थी। फिर 1963 में कंपनी बंद हो गई और एयरपोर्ट एयरफोर्स को सौंप दिया गया था।