पटना : सूबे में बहुत तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार समीक्षा बैठक कर रहे हैं। अब उन्होंने कोरोना को लेकर 17 अप्रैल को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस दिन राज्यपाल फागू चौहान की अध्यक्षता में वर्चुअल मीटिंग होगी। शनिवार को उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी से मुलाकात के बाद यह निर्णय लिया गया। 17 अप्रैल को सुबह 11 बजे से सर्वदलीय बैठक होगी। राजभवन के अनुसार राज्यपाल सचिवालय की ओर से सभी दलों के नेताओं से संपर्क किया जाएगा। राज्यपाल के साथ मीटिंग में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत और राज्यपाल के सचिव एल चोंग्थू मौजूद रहेंगे। माना जा रहा है कि नीतीश सरकार 30 अप्रैल तक नई गाइडलाइन ला सकती है।
18 अप्रैल तक बंद किए गए हैं स्कूल और कॉलेज
कोरोना संक्रमण के मामलों में बेतहाशा वृद्धि के बाद 11 अप्रैल तक स्कूल, कॉलेज और कोचिंग बंद किए गए थे। फिर शुक्रवार को नीतीश सरकार ने सभी स्कूल-कॉलेज, कोचिंग 18 अप्रैल तक बंद करने का आदेश जारी किया। साथ ही सभी धार्मिक स्थलों और दुकानों को शाम 7 बजे तक ही खुला रहने का आदेश जारी किया। नीतीश ने सभी अनुमंडलों में क्वारेंटाइन सेंटर खोलने का आदेश जारी दिया है।
नीतीश की गाइडलाइन पर बीजेपी ने ही उठाया सवाल
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा धार्मिक स्थलों को बंद किए जाने के आदेश का बीजेपी नेताओं ने विरोध किया है। भाजपा विधायक ने सरकार से पूछा कि जब राज्य में पार्क, रेस्तरां और सिनेमा हॉल खुल सकते हैं तो मंदिर क्यों नहीं खुल सकते? भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर ने कहा कि जब लोगों को पार्क और ढाबे पर जाने की इजाजत है तो फिर मठ और मंदिर जाने पर रोक क्यों लगाई गई है। विधायक ने कहा कि सरकार इस बिंदू पर विचार करे।
अररिया में अस्पताल में वैक्सीन नहीं, बिना टीकाकरण लौटे लोग
अररिया जिले में शनिवार को कोरोना से बचाव का टीका लेने आए लोग बिना टीका लगावाए ही लौट गए। फारबिसगंज अनुमंडल अस्पताल में कोरोना वैक्सीन नहीं होने के कारण लोगों को बैरंग लौटना पड़ा। अस्पताल डीएस रेशमा राजा ने अस्पताल में एक नोटिस चिपकाया और वैक्सीन नहीं होने के लिए खेद जताया। वहीं, सिविल सर्जन ने कहा कि आज देर रात तक वैक्सीन उपलब्ध करा दी जाएगी। मामले की जानकारी हाई लेवल पर दी जा चुकी है।