पटना : बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमण के साथ नेताओं के लापता होने और खोजने पर इनाम देने वाले पोस्टर की संख्या बढ़ती जा रही है। अब मुंगेर में एक पोस्टर कई जगहों पर लगा है, जिसमें लिखा है- किस बिल में छुपे हो सांसद महोदय? कोरोना से मर रहे और बुरी तरह डर रहे लोग अपने आदतन लापता सांसद ललन सिंह को बेसब्री से खोज रहे हैं-किस बिल में छुपे हो? सांसद को खोजकर लाओ नगद इनाम एक लाख पाओ। यह पोस्टर एनसीपी श्रमिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष संजय केशरी ने लगवाया है। जो जिले के साथ सोशल मीडिया पर छापा हुआ है।
सांसद ललन सिंह बोले- टूच्चे लोग उनके खिलाफ आरोप लगा रहे
अपने संसदीय क्षेत्र में खुद के लापता होने के पोस्टर के मसले पर सांसद ललन सिंह ने कहा कि टूच्चे लोग उनके खिलाफ आरोप लगा रहे हैं। सांसद ने कहा कि वह घर में रहकर भी लोगों की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनसे पूछिए कि लोगों के लिए वे क्या कर रहे हैं? मैं तो जो कर रहा हूं वह लोगों के सामने हैं। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करके वह बाहर नहीं निकले हैं, क्योंकि उनके बाहर निकले से संक्रमण फैलने का खतरा है। सांसद ने कहा कि उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में काम करने के लिए पांच टीमें बनाई हैं, जो पूरे क्षेत्र में घूम-घूम कर काम कर रही है। गांव-गांव और हर क्षेत्र को सैनिटाइज कर रहे हैं। उसके लिए मशीन और कमेकिल उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
डीएम से बात की है ऑक्सीजन प्लांट के लिए
सांसद ललन सिंह ने कहा कि सदर अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए उन्होंने डीएम से बात की है। ऑक्सीजन प्लांट से पाइपलाइन के जरिए मरीजों के बेड तक ऑक्सीजन जाएगी। इस प्लांट के लिए सांसद फंड से पैसे जारी करने का भी पत्र जारी किया है।
जेल जाने के बाद पप्पू यादव बोले-कोरोना मरीजों की करता रहूंगा सेवा
सुपौल जिले के वीरपुर जेल में बंद जाप संरक्षक और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने भूख हड़ताल कर दी है। इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर की। उन्होंने लिखा- वीरपुर जेल में मैं भूख हड़ताल पर हूं। न पानी है, न वाशरूम है, मेरे पांव का ऑपरेशन हुआ था, नीचे बैठ नहीं सकता, कमोड भी नहीं है। कोरोना मरीज की सेवा करना, उनकी जान बचाना, दवा माफिया, हॉस्पिटल माफिया, ऑक्सीजन माफिया, एंबुलेंस माफिया को बेनकाब करना ही मेरा अपराध है। मेरी लड़ाई जारी रहेगी। बता दें मंगलवार की रात 12:45 बजे पटना और मधेपुरा से भारी सुरक्षा के बीच पप्पू यादव को वीरपुर जेल में लाया गया है। वीरपुर पहुंचने के बाद पप्पू को एक घंटे तक जेल के बाहर इंतजार करना पड़ा। तब तक मधेपुरा पुलिस सभी जरूरी कागजात लेकर आई और रात 1:45 बजे पूर्व सांसद जेल के अंदर भेजे गए।
पटना के मंदिर आवास से गांधी मैदान पुलिस ने किया था गिरफ्तार
जन अधिकार पार्टी (जाप) के संरक्षक और पूर्व सांसद पप्पू यादव को मंगलवार की देर रात 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। देर रात पटना से मधेपुरा पहुंचने के बाद वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के सामने पेश हुए। इसके बाद मजिस्ट्रेट ने उन्हें 14 दिनों के लिए जेल भेजने का आदेश दिया। इससे पहले मंगलवार की सुबह पटना के मंदिर स्थित आवास से पुलिस ने पप्पू यादव को गिरफ्तार किया था। कोरोना गाइडलाइन तोड़ने का आरोप लगाकर पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया और उन्हीं की गाड़ी में बैठाकर गांधी मैदान थाने लाया। हिरासत में लिए जाने के साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी शेयर की। इससे पहले सुबह 7:46 बजे पीएमसीएच में पप्पू यादव पहुंचे थे। यहां कोविड वार्ड के पास अपने समर्थकों के साथ घुसे थे। उन पर वार्ड में हंगामा करने का आरोप है। इसको लेकर पीरबहोर थाने में केस दर्ज हुआ है। केस में कहा गया है कि पप्पू यादव ने अपने समर्थकों के साथ कोविड वार्ड में हंगामा किया और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं किया।
32 साल पुराने अपहरण के मामले में किया गिरफ्तार
पप्पू यादव को हिरासत में लिए जाने के बाद पटना के गांधी मैदान थाने में उन्हें आठ घंटे रखा गया। इसके बाद मधेपुरा पुलिस पटना आई और 32 साल पुराने अपहरण के मामले में पप्पू को गिरफ्तार कर लिया। इसी साल 22 मार्च को उनके खिलाफ मधेपुरा कोर्ट में कुर्की वारंट जारी किया गया था। हालांकि उनके समर्थक गिरफ्तारी का कारण सारण सांसद राजीव प्रताप रूडी से एंबुलेंस मामले पर विवाद को बता रहे हैं। पप्पू के समर्थकों के गांधी मैदान थाने समेत सूबे के अलग-अलग हिस्सों में खूब हंगामा किया। समर्थकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला जलाया और जल्द ही पप्पू यादव की रिहाई की मांग की। ऐसा नहीं होने पर समर्थकों ने कहा कि वो लोग सामूहिक गिरफ्तारी देंगे।