पप्पू यादव ने जेल में की भूख हड़ताल, बोले- कोरोना मरीज की सेवा करने और माफियाओं के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी

पटना : सुपौल जिले के वीरपुर जेल में बंद जाप संरक्षक और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने भूख हड़ताल कर दी है। इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर की। उन्होंने लिखा- वीरपुर जेल में मैं भूख हड़ताल पर हूं। न पानी है, न वाशरूम है, मेरे पांव का ऑपरेशन हुआ था, नीचे बैठ नहीं सकता, कमोड भी नहीं है। कोरोना मरीज की सेवा करना, उनकी जान बचाना, दवा माफिया, हॉस्पिटल माफिया, ऑक्सीजन माफिया, एंबुलेंस माफिया को बेनकाब करना ही मेरा अपराध है। मेरी लड़ाई जारी रहेगी। बता दें मंगलवार की रात 12:45 बजे पटना और मधेपुरा से भारी सुरक्षा के बीच पप्पू यादव को वीरपुर जेल में लाया गया है। वीरपुर पहुंचने के बाद पप्पू को एक घंटे तक जेल के बाहर इंतजार करना पड़ा। तब तक मधेपुरा पुलिस सभी जरूरी कागजात लेकर आई और रात 1:45 बजे पूर्व सांसद जेल के अंदर भेजे गए।

पटना के मंदिर आवास से गांधी मैदान पुलिस ने किया था गिरफ्तार
जन अधिकार पार्टी (जाप) के संरक्षक और पूर्व सांसद पप्पू यादव को मंगलवार की देर रात 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। देर रात पटना से मधेपुरा पहुंचने के बाद वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के सामने पेश हुए। इसके बाद मजिस्ट्रेट ने उन्हें 14 दिनों के लिए जेल भेजने का आदेश दिया। इससे पहले मंगलवार की सुबह पटना के मंदिर स्थित आवास से पुलिस ने पप्पू यादव को गिरफ्तार किया था। कोरोना गाइडलाइन तोड़ने का आरोप लगाकर पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया और उन्हीं की गाड़ी में बैठाकर गांधी मैदान थाने लाया। हिरासत में लिए जाने के साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी शेयर की। इससे पहले सुबह 7:46 बजे पीएमसीएच में पप्पू यादव पहुंचे थे। यहां कोविड वार्ड के पास अपने समर्थकों के साथ घुसे थे। उन पर वार्ड में हंगामा करने का आरोप है। इसको लेकर पीरबहोर थाने में केस दर्ज हुआ है। केस में कहा गया है कि पप्पू यादव ने अपने समर्थकों के साथ कोविड वार्ड में हंगामा किया और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं किया।

32 साल पुराने अपहरण के मामले में किया गिरफ्तार
पप्पू यादव को हिरासत में लिए जाने के बाद पटना के गांधी मैदान थाने में उन्हें आठ घंटे रखा गया। इसके बाद मधेपुरा पुलिस पटना आई और 32 साल पुराने अपहरण के मामले में पप्पू को गिरफ्तार कर लिया। इसी साल 22 मार्च को उनके खिलाफ मधेपुरा कोर्ट में कुर्की वारंट जारी किया गया था। हालांकि उनके समर्थक गिरफ्तारी का कारण सारण सांसद राजीव प्रताप रूडी से एंबुलेंस मामले पर विवाद को बता रहे हैं। पप्पू के समर्थकों के गांधी मैदान थाने समेत सूबे के अलग-अलग हिस्सों में खूब हंगामा किया। समर्थकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला जलाया और जल्द ही पप्पू यादव की रिहाई की मांग की। ऐसा नहीं होने पर समर्थकों ने कहा कि वो लोग सामूहिक गिरफ्तारी देंगे।

पप्पू के समर्थन में उतरे जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी
पप्पू यादव की गिरफ्तारी के विरोध में हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी उतर गए हैं। मांझी ने कहा कि कोई जनप्रतिनिधि दिन और रात जनता की सेवा करे और उसके बदले उसे गिरफ्तार कर लिया जाए, यह मानवता के खिलाफ है। इस तरह के मामलों की न्यायिक जांच हो और जांच पूरी होने के बाद कार्रवाई की जानी चाहिए। ऐसा नहीं होने पर जन आक्रोश होना लाजमी है। हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष दानिश रिजवान ने कहा कि जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव जनता की सेवा के लिए हमेश सक्रिय रहे। पप्पू के कामों की चर्चा हर जनता कर रही है। इससे सत्ता पक्ष और विपक्ष भी मानती है। इधर, वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मंत्री मुकेश सहनी ने भी पप्पू यादव की गिरफ्तारी का विरोध किया है। मुकेश ने कहा कि पप्पू की गिरफ्तारी असंवेदनशील है। जनता के सेवा कार्य में लगे पप्पू यादव को गिरफ्तारी होने पर जन आक्रोश स्वभाविक है। अगर, कोई जनप्रतिनिधि दिन-रात जनता की सेवा करे और उसके बदले उसे गिरफ्तार किया जाना, मानवता के लिए खतरनाक है। जनता की सेवा ही धर्म होना चाहिए। सरकार को जनप्रतिनिधि, सामाजिक संस्था और कार्यकर्ता को आमजन की मदद के लिए प्रेरित करना चाहिए।

श्याम रजक बोले-पप्पू के खुलासे को बर्दाश्त नहीं कर सके विपक्षी
राजद के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने कहा कि जाप संरक्षक पप्पू यादव की गिरफ्तारी कहीं से भी सही नहीं है। यह सरकार की तानाशाही है। अपनी जान की परवाह किए बिना पप्पू लगातार लोगों का ऑक्सीजन, खाना और दवाइयां पहुंचा रहे थे और जनता की सेवा के लिए ही उन्होंने एंबुलेंस मामले को उजागर किया, लेकिन विपक्षियों को यह बर्दाश्त नहीं हुआ। सरकार तत्काल पप्पू को रिहा करें और सारण सांसद पर कार्रवाई करे।

जदयू ने कहा, पप्पू खुद को कानून से ऊपर समझ रहे थे
जदयू नेताओं ने जाप संरक्षक पप्पू यादव की गिरफ्तारी को सही ठहराया है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि पप्पू खुद को कानून से भी बड़ा समझने लगे थे। जबकि कानून सबके लिए बराबर है। कोई भी कानून का उल्लंघन करेगा तो सजा मिलेगी ही। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार की शुरू से ही यूएसपी रही है कि कानून तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाता है। पप्पू यादव की गिरफ्तारी का समर्थन होना चाहिए। सूबे में लॉकडाउन के दौरान अपनी राजनीति चमकाने के लिए पप्पू तमाम कानून तोड़े जा रहे थे।

भाजपा नेता ने भी गिरफ्तारी को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
पप्पू यादव की गिरफ्तारी को भाजपा नेता ने भी दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। भाजपा के वरीय नेता और विधान परिषद के सदस्य रजनीश कुमार ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया- पप्पू यादव को इस समय में गिरफ्तार करना दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं राज्य सरकार से मांग करता हूं कि पप्पू को तुरंत रिहा किया जाए। इधर, भाजपा के प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि पप्पू यादव कितने बड़े समाजसेवी हैं, यह तो पूरी दुनिया जानती है। पप्पू की गिरफ्तारी पुराने मामले में हुई है तो उसमें राजनीति कहां है? कोई अपराध करेगा तो पकड़ा ही जाएगा। वे डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे।

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