पटना। आप पटना में रहते हों या बिहार के किसी भी सुदूर इलाके में, किसी भी वक्त आपको अपनों की जिंदगी बचाने के लिए अगर खून की जरूरत पड़े, तो सबकी जुबां पर एक ही नाम आता है मुकेश हिसारिया। जी हां, मुकेश हिसारिया (Mukesh Hissariya) बिहार के लिए चलते-फिरते ‘ब्लड बैंक’ (Blood Bank) बन गए हैं। औरों के लिए जीने वाले मुकेश के इसी जज्बे को डिटाॅल ने सलाम किया है। डिटाॅल हैंडवाॅश के डब्बे पर अब आपको मुकेश हिसारिया दिख जाएंगे।
संजीत मिश्रा, पटना।
डिटाॅल (Dettol) ने कोरोना पैंडेमिक (Corona Pandemic) के दौरान लोगों के लिए तत्पर रहने वाले मुकेश हिसारिया (Mukesh Hissariya) को इस सम्मान से नवाजा है। डिटाॅल हैंडवाॅश (Dettol Handwash) के डब्बे पर अब मुकेश हिसारिया की तस्वीर उनके जज्बों के साथ दिखेगी। इस खुशी को सेलिब्रेट करते हुए मुकेश हिसारिया ने बिहार आपतक से बातचीत में कहा कि मैं वाकई बहुत खुश हूं कि डिटाॅल परिवार ने मुझे इस लायक समझा और कोरोना के खिलाफ जंग (Fight Against Coronavirus) की इस मुहिम में मुझे भी शामिल किया। मेरी आगे भी कोशिश रहेगी कि मैं हमेशा ही औरों के काम आउं।
बता दें कि बिहार ब्लडबैंक डॉट कॉम (BloodBank) के माध्यम से अपने सामाजिक सरोकारों के तहत मुकेश हिसारिया (Mukesh Hissariya) बाकायदा अभियान चलाकर अब तक लगभग पचीस-तीस हजार लोगों की जिंदगी बचा चुके हैं। वह इसे इंसानियत का एक सबसे बड़ा तकाजा मानते हैं कि आदमी का रक्त तो आदमी से ही मुनासिब है, मशीन से नहीं, इसी सोच ने अब तक न जाने कितनों से उनका खून रिश्ता जोड़ दिया है। अपनी लगभग ढाई सौ लोगों की टीम के साथ देश में लगभग एक हजार लोग इनके ब्लड-मिशन की ताकत बन चुके हैं। वह खुद भी अब तक चार दर्जन से ज्यादा बार ब्लड डोनेट कर चुके हैं। पटना के गोविंद मित्रा रोड निवासी मुकेश को सदी के नायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) और लोकप्रिय अभिनेता शाहरुख खान (Shahrukh Khan) भी सराह चुके हैं।
मुकेश हिसारिया गरीब बेटियों की शादी कराने में भी आगे रहते हैं। अब तक वह लगभग पांच सौ गरीब परिवार की बेटियों की शादी करा चुके हैं। ऐसे परिवारों के लिए वह हमेशा मदद को तैयार रहते हैं, जो पैसे के अभाव में बेटी की शादी नहीं कर पाते हैं या फिर देर होती है।
मुकेश हिसारिया (Mukesh Hissariya) के इस जज्बे की कहानी भी गजब है। दरअसल, 1991 में वे अपनी मां को इलाज के लिए चेन्नई ले गए थे। वहां उन्होंने देखा कि कई मरीज खून के लिए परेशान हैं, उन्हें लाख कोशिश के बावजूद रक्त नहीं मिल पा रहा है। वहीं से उन्होंने अपने मन में अडिग संकल्प लिया कि अब वह जीवन भर लोगों ब्लड डोनेट कराने का ही काम करेंगे। उसके बाद पूरे देश के लोगों से उनका खून का रिश्ता बनता चला गया। 2006 में ऑरकुट पर एक संदेश लिखकर पहली बार उन्होंने सोशल मीडिया के मोरचे से अपनी मुहिम को आगे बढ़ाया, जो आजतक अनवरत जारी है।
‘ब्लड मैन’ मुकेश हिसारिया (‘Blood’ Man Mukesh Hissariya) अब तक 50 हजार से अधिक लोगों को खून उपलब्ध कराकर उनकी जान बचा चुके हैं। उनके काम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ-साथ अमिताभ, शाहरुख और कपिल जैसी शख्सियत भी प्रभावित हैं।
बता दें कि वर्ष 2013 में कौन बनेगा करोड़पति शो (Kaun Banega Cororepati) में मुकेश हिसारिया (Mukesh Hissariya) और उनकी टीम को विशेष रूप से बुलाया गया। इस दौरान अमिताभ ने मुकेश के काम की जमकर तारीफ करते हुए उन्हें एक ऐसा ब्लड बैंक बनाने को कहा, जहां प्रोसेसिंग फीस मुफ्त हो। अमिताभ बच्चन ने सलाह दी थी कि प्रोसेसिंग फीस की 50 प्रतिशत रकम उनकी तरफ से और 50 प्रतिशत धोनी की तरफ से होगी।