पटना : फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं। अपनी जिंदगी में तमाम प्रतियोगिता में जीत हासिल करने वाले और देश का मान बढ़ाने वाले मिल्खा सिंह को एक चीज का मलाल जिंदगी भर रहा। अक्सर वह इंटरव्यू में इसका जिक्र करते थे। राष्ट्रीय खेलों के साथ कॉमनवेल्थ गेम्स में एक और एशियन गेम्स में चार गोल्ड मेडल जीतने वाले मिल्खा को एक प्रतियोगिता का रिजल्ट हमेशा चुभा। मिल्खा सिंह ने इंटरव्यू में बताया है कि 1960 में रोम में हुए ओलंपिक गेम के दौरान वो मेडल नहीं जीत पाए थे। उनको इसका हमेशा दुख रहता है। उनकी एक गलती की वजह से वह तीसरे स्थान पर भी नहीं आ सके थे। दरअसल, 400 मीटर की रेस में मिल्खा सिंह एक बार पीछे मुड़कर देखे थे। यह उनकी आदत थी और इसी आदत की वजह से वह पदक जीतने से चूक गए थे। मिल्खा सिंह का रेस पूरा करने का समय 45.6 था और कास्य पदक जीतने के लिए यानी तीसरे पायदान के लिए खिलाड़ी का समय 45.5 था। बहरहाल, वह किसी एक प्रतियोगिता के रिजल्ट के मोहताज नहीं है। उन्हें पाकिस्तान के फील्ड मार्शल अयूब खान ने फ्लाइंग सिख का नाम दिया था। मिल्खा सिंह का शुक्रवार की रात 11:30 बजे निधन हो गया। चंडीगढ़ के पीजीआई में उनका इलाज चल रहा था। 91 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। 13 जून को उन्होंने कोरोना को मात दी गई थी। इसी दिन उनकी पत्नी निर्मला सिंह का निधन हो गया था। 85 साल की उम्र में कोरोना से निर्मला जंग हार गईं थी। वह पंजाब सरकार में खेल निदेशक थी। भारतीय महिला राष्ट्रीय वॉलीबॉल टीम की पूर्व कप्तान थीं। इनके अंतिम संस्कार में पति मिल्खा सिंह शामिल नहीं हो सके थे। बता दें मिल्खा सिंह 19 मई को कोरोना पॉजिटिव निकले थे। तब वह चंडीगढ़ स्थित अपने घर पर ही इलाज करा रहे थे। 24 मई को तबीयत अधिक बिगड़ने पर उन्हें मोहाली स्थित अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। फिर 3 जून को मिल्खा सिंह चंडीगढ़ स्थित पीजीआई में भर्ती हुए। 13 जून को इनकी कोविड रिपोर्ट निगेटिव आई।
पीएम समेत कई हस्तियों ने जताया शोक
मिल्खा सिंह के निधन की सूचना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया। पीएम ने लिखा- श्री मिल्खा सिंह जी के निधन से हमने एक महान खिलाड़ी खो दिया है, जिसने देश की कल्पना पर अपनी छाप छोड़ी थी और अनगिनत भारतीयों के दिलों में एक विशेष स्थान बना लिया था। उनके प्रेरक व्यक्तित्व ने खुद को लाखों लोगों का प्रिय बना दिया था। उनके निधन से आहत हूं। पीएम ने आगे लिखा- मैंने कुछ दिनों पहले श्री मिल्खा सिंह जी से बात की थी। मुझे नहीं पता था कि यह हमारी आखिरी बातचीत होगी। कई नवोदित एथलीट उनकी जीवन यात्रा से हिम्मत पाएंगे।
नितिन गडकरी ने लिखा
करोड़ों युवाओं के प्रेरणास्त्रोत पद्म श्री मिल्खा सिंह जी के निधन से अत्यंत दुखी हूं। उनको मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। फ्लायिंग सिख की कहानी हमेशा ही खिलाड़ियों को प्रेरित करती रहेगी।
शाहरुख खान ने ट्वीट किया
बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान ने ट्वीट किया-फ्लाइंग सिख अब व्यक्तिगत रूप से हमारे बीच नहीं रहेंगे, लेकिन उनकी उपस्थिति हमेशा महसूस की जाएगी। उनकी विरासत बेजोड़ रहेगी। मेरे लिए एक प्रेरणा, लाखों लोगों के लिए एक प्रेरणा। रेस्ट इन पीस मिल्खा सिंह सर। क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने ट्वीट कर दुख जताया। भाजपा नेता जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट कर दुख जताया। राजनाथ ने लिखा- मिल्खा सिंह बेहतरीन एथलीटों और खेल के दिग्गजों में से एक थे। उन्होंने अपनी उपल्ब्धियों से देश को गौरवान्वित किया। वह एक अद्भूत व्यक्ति भी थे। उन्होंने अंतिम सांस तक खेलों में योगदान दिया।
मिल्खा की कहानी पर्दे पर उतारने वाले फरहान ने जताया शोक
मिल्खा सिंह की कहानी को पर्दे पर उतारने वाले एक्टर फरहान अख्तर ने भी फ्लाइंग सिंख के निधन पर शोक जताया है। फरहान ने लिखा- मेरा एक हिस्सा अभी भी यह मानने से इंकार कर रहा है कि आप नहीं रहे। हो सकता है कि यह वह जिद्दी पक्ष हो जो मुझे आपसे विरासत में मिला हो.. वह पक्ष जब वह किसी चीज पर अपना मन लगाता है, बस कभी हार नहीं मानता और सच तो यह है कि आप हमेशा जीवित रहेंगे। क्योंकि आप एक बड़े दिल वाले, प्यार करने वाले, गर्मजोशी से भरे, जमीन से जुड़े इंसान थे। आपने एक विचार का प्रतिनिधित्व किया। आपने सपने का प्रतिनिधित्व किया। आपने प्रतिनिधित्व किया कि कितनी मेहनत, ईमानदारी और दृढ़ संकल्प किसी व्यक्ति को उसे घुटनों से उठाकर आसमान को छूने के लिए प्रेरित कर सकता है। आपने हम सभी के जीवन को छुआ है। जो लोग आपको एक पिता और एक दोस्त के रूप में जानते हैं, उनके लिए यह एक आशीर्वाद था। उन लोगों के लिए प्रेरणा के निरंतर स्त्रोत के रूप में थे। मुझे तहे दिल से आप से प्यार है।