पटना। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि बिहार में कैंसर जैसी बीमारी का इलाज होना बड़े गर्व की बात है, क्योंकि ज्यादा तर लोगों को कैंसर के इलाज के लिए बाहर जाना होता था। अब सरकारी स्तर पर भी बिहार में कैंसर को डायग्नोस्ट किया जा रहा है और गैर सरकारी स्तर पर सवेरा अस्पताल भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहा है। उन्होंने कहा कि अगर सरकारी और गैर सरकारी संस्थान मिलकर काम करे तो प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था और सुदृढ़ होगी। गौरतलब है कि सवेरा कैंसर अस्पताल ने 4 अगस्त को अपने स्थापना के दो साल पूरा कर लिया। मौके पर “सवेरा- ए जर्नी ऑफ टू इयर्स” नामक स्मारिका का विमोचन विमोचन बिहार विधान सभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, विधान सभा सभापति अवधेश नारायण सिंह, बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, पूर्व मंत्री प्रेम कुमार ने संयुक्त रूप से किया।
इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद्मश्री डॉ आर एन सिंह ने कहा कि सवेरा के स्थापना के पीछे यह सोच व उद्देश्य था कि कैंसर के इलाज के लिए बिहार के लोग बिहार में रहकर समय पर समुचित इलाज प्राप्त कर सकें। बिहार जैसे राज्य में जहां कुछ वर्ष पूर्व तक स्वास्थ्य सुविधाएं नगण्य थीं, आज अस्पताल पीड़ित मानवता की सेवा में अपना योगदान दे रहा है।
सवेरा कैंसर अस्पताल बिहार में कैंसर के इलाज के लिए समर्पित सेवा प्रदान कर रहा है। एक छत के नीचे कैंसर के इलाज का समुचित प्रबंधन है। बिहार में कैंसर डायग्नोस्टिक सेवा में भी सवेरा कैंसर अस्पताल अपनी अलग पहचान रखता है।
इस अवसर पर सवेरा कैंसर अस्पताल के प्रबंध निदेशक व वरीय कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ वी पी सिंह ने एक प्रेजेंटेशन के मार्फ़त बताया कि चिकित्सीय जगत में कैंसर एक अति गम्भीर विषय है, जिसका इलाज सिर्फ दवाओं द्वारा नहीं किया जा सकता वरन समाज में जनजागृति और कैंसर के प्रति सकारात्मक सजगता द्वारा करना होता है। विगत दो वर्षों में वैश्विक महामारी कोविड 19 के प्रसार और इसके दुष्प्रभाव नें कैंसर जैसे जटिल बीमारी से लड़ने के लिए हमें कठिनतम परिस्थितियों में भी सतत प्रयासशील रहते हुए सेवा करने का अनुभव दिया है। विगत दो वर्षों में सवेरा कैंसर अस्पताल में कैंसर सम्बंधित विभिन्न बीमारियों से ग्रसित लगभग 10000 से अधिक मरीजों का इलाज किया गया है। उचित जांच से ही सही इलाज संभव है, ऐसे में विगत दो वर्षों के दौरान 2200 से अधिक पेट स्कैन, 1500 सी टी स्कैन और 2000 से अधिक एम आर आई के द्वारा मरीजों को उचित सलाह मिल पाया है। कीमोथेरेपी कैंसर के उपचार की एक अतिआवश्यक प्रकिया है, ऐसे में 3200 से अधिक मरीज इससे लाभान्वित हुए हैं। यही नहीं, 100 से अधिक मरीजों में जटिल ट्यूमर बोर्ड के जांच से उचित इलाज सवेरा कैंसर अस्पताल में सम्भव हो पाया है।
डॉ वी पी सिंह ने कहा कि पटना में स्थित होने के कारण परिजनों को अपने मरीजों के देखभाल से लेकर खर्च तक में काफी सुविधा होती है। तमाम विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधा युक्त इस अस्पताल में कैंसर रोग जनित रोगों का सिर्फ इलाज ही नहीं होता वरन कैंसर शब्द के डर से निकलकर जीने का तरीका भी बताया जाता है। उन्होंने बताया कि बिहार राज्य में कैंसर के इलाज और इससे जुड़े छोटे बड़े कई अनुभवों को सवेरा कैंसर अस्पताल नें विगत दो वर्षों में अनुभव किया है, एवम इस दिन को सिर्फ एक और अंक मानकर सतत आगे बढ़ते रहने के प्रेरणा के लिए आज रक्त दान ड्राइव का आयोजन भी किया गया है। इस अवसर पर उन्होंने कुछ दिन पूर्व ही सवेरा कैंसर हॉस्पिटल की ओ पी डी सेवा मुजफ्फरपुर में शुरू किये जाने के विषय में भी बताया और कहा कि कैंसर इलाज के क्षेत्र में बिहार का सबसे बड़ा निजी क्षेत्र का अस्पताल पटना के सवेरा कैंसर अस्पताल के मुजफ्फरपुर में शुरुआत करने से उत्तरी बिहार के लोगों को कैंसर चिकित्सा के लिए पटना या अन्य बड़े शहरों की निर्भरता काफी हद तक कम होगी। सवेरा कैंसर अस्पताल की ओ पी डी सेवा सप्ताह में 5 दिन उपलब्ध रहेगी, जिसमे प्रदेश के नामचीन ऑन्कोलॉजिस्ट और फिजिशियन अपनी सेवा देंगे। इस अवसर पर सवेरा कैंसर अस्पताल के वरीय चिकित्सक डॉ विशाल, डॉ ज्योति, डॉ मधुकर, डॉ प्रणव, डॉ आकाश, डॉ सक्सेना, डॉ जयपुरियार, डॉ अनिता, डॉ विमल, डॉ प्रियेश, डॉ फ़ैज़, डॉ समीउल्लाह, डॉ एफ एन रॉय, डॉ राजीव एवम अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद थे।