पटना : बिहार में शिक्षकों की बड़े पैमाने पर फिर भर्ती होने जा रही है। मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक हुई। इसमें बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के जरिए 45892 प्रधान शिक्षकों और हेडमास्टरों की भर्ती का प्रस्ताव मंजूर हुआ। 45892 बहाली में 40558 पद प्राथमिक स्कूल के प्रधान शिक्षकों और 5334 हेडमास्टर उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय में बहाल होंगे। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि बीपीएससी बहाली के लिए प्रतियोगी परीक्षा लेगी। मंत्री ने यह भी कहा कि पहली बार प्राथमिक स्कूलों में प्रधान शिक्षक नियुक्त होंगे। फिलहाल वरीय शिक्षक ही प्राथमिक स्कूलों का संचालन करते हैं।
इसी वित्तीय वर्ष में पूरी होगी बहाली की प्रक्रिया
शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि बहाली की प्रक्रिया को लेकर पूरी योजना बनी है। विभाग की कोशिश है कि इसी वित्तीय वर्ष में बहाली पूरी कर नए प्रधान शिक्षकों और हेडमास्टरों को स्कूलों में पोस्टिंग दे दी जाए। मंत्री ने कहा कि रविवार को ही अमृत महोत्सव के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षकों और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में हेडमास्टरों के संवर्ग गठन की बात कही थी। इसके बाद शिक्षा विभाग ने नए संवर्गों के गठन का प्रस्ताव मंत्रिमंडल को भेज दिया था। अगले दिन ही यानी मंगलवार को राज्य मंत्रिमंडल ने प्रस्ताव पर मुहर लगा दी। मंत्री ने स्पष्ट किया कि इन दोनों विद्यालयों में पहले से सृजित पद पर कार्यरत हेडमास्टर अपने पद पर बने रहेंगे।
शिक्षकों को ही दावेदारी का मौका
प्राथमिक विद्यालयों के प्रधान शिक्षक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के हेडमास्टर के लिए सिर्फ शिक्षक ही दावेदार होंगे। शिक्षक ही बीपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षा में शामिल होकर इस पद पर चयनित हो सकेंगे। इसके लिए शिक्षा विभाग ने योग्यता तय की है। विभाग के अनुसार प्राथमिक स्कूलों के प्रधान शिक्षक के लिए अर्हता सरकारी स्कूल में 8 साल का शिक्षक कार्य होना चाहिए। जबकि उच्च माध्यमिक विद्यालय के हेडमास्टर के लिए अपने मूल कोटि में आठ साल का कार्य होना चाहिए। जबकि निजी स्कूलों यानी सीबीएसई या आईसीएससी के शिक्षकों का 12 साल का कार्य होना चाहिए।
दोनों पद होंगे प्रमंडल और जिला संवर्ग
विभागीय सूचना के अनुसार प्राथमिक स्कूलों के प्रधान शिक्षक के पद जिला संवर्ग और उच्च माध्यमिक विद्यालय के हेडमास्टर के पद प्रमंडल संवर्ग के होंगे। दोनों में किसी भी पद पर चयनित होने पर नियोजित शिक्षक को नियोजन इकाई से बाहर कर दिया जाएगा। वे फिर सीधा राज्य सरकार के अधीन हो जाएंगे। मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि 45 हजार पदों के दो नया संवर्ग बनाने का फैसला ऐतिहासिक है। इन दोनों पदों पर नियुक्ति के बाद इसका प्रभाव जमीनी स्तर पर दिखेगा।