पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सात नई रक्षा कंपनियों को देश को समर्पित कर दिया। विजयादशमी पर शस्त्र पूजन से इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई। भारत शक्ति को ही सृजन माध्यम मानता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती है। उन्होंने अपना पूरा जीवन राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित किया है। यह हम सबको प्रेरणा देने वाला है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश आजादी के 75 वर्ष में प्रवेश किया है। वर्षों से अटके कार्यों को देश पूरा कर रहा है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये सात नई कंपनियां देश की संकल्प यात्रा का हिस्सा है। यह निर्णय 15-20 वर्षों से अटका हुआ था। पीएम ने भरोसा जताया कि सात कंपनियां भविष्य में भारत की सैन्य ताकत का आधार बनेंगी।
देश में ही बनेंगे फाइटर प्लेन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि अब देश में पिस्टल से लेकर फाइटर प्लेन तक बनेंगे। रक्षा मंत्रालय ने ऐसे 100 से अधिक उपकरणों की सूची जारी की थी, जो अब दूसरे देशों से मंगवाना नहीं पड़ेगा। भारतीय सेना की मजबूतरी के लिए ये सात कंपनियां फाइटर प्लेन तक बनाएंगे। इन कंपनियों को तीनों सेनाओं और अर्द्धसैनिक बलों से 65 हजार करोड़ रुपए के ऑर्डर मिले हैं। इससे हमारे देश की डिफेंस इंडस्ट्री का विकास दिखता है।
ये हैं वो सात कंपनियां
एडवांस्ड वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड, ट्रूप कंफर्ट्स लिमिटेड, इंडिया ऑप्टेल लिमिटेड, म्यूनिशन इंडिया लिमिटेड, अवनी आर्मर्ड व्हीकल्स, ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड, यंत्र इंडिया लिमिटेड हैं। ये कंपनियां गोला-बारूद और विस्फोटक, वाहन, हथियार और उपकरण, सैन्य सुविधा आइटम, ऑप्टो-इलेक्ट्रॉनिक्स गियर, पैराशूट और सहायक उत्पाद बनाएंगी। कंपनियों के हथियार निर्माण से सेना को मजबूती मिलेगी।
विश्वयुद्ध के समय भारत ने दुनिया को दिखाया था दमखम
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विश्वयुत्र के समय हमारे देश ने पूरी दुनिया को अपना दमखम दिखाया था। देश की ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियां दुनिया की शक्तिशाली फैक्ट्रियों के रूप में जानी जाती थीं। इन कंपनियों के पास बहुत लंबा अनुभव है। पीएम ने कहा कि आजादी के बाद इन फैक्ट्रियों को अपडेट करने की जरूरत थी पर इस पर विशेष ध्यान ही नहीं दिया गया। अब इन्हीं कंपनियों के कारण भारत विदेश पर निर्भर नहीं रहेगा।