पटना : केंद्र सरकार ने तीन नए कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुनानक जयंती पर शुक्रवार की सुबह इसकी घोषणा की। उन्होंने राष्ट्र के नाम संबोधन में किसानों से माफी भी मांगी और कहा कि आप अपने खेतों में लौट जाएं। पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने किसानों के हित के लिए नेक नीयत से यह कानून लाए थे पर हम किसानों को समझाने में नाकाम रहे। उन्होंने कहा कि हम किसानों को विनम्रतापूर्वक समझाते रहे, मगर हमें सफलता नहीं मिली। पीएम ने कहा कि आज गुरु नानकदेव जी का पवित्र पर्व है, यह दिन किसी को दोष देने का नहीं है। कहा कि कृषि कानूनों को संसद के इसी सत्र में रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
अखिरकार हम सब की मेहनत रंग लाई, सभी किसान भाइयों को धन्यवाद और इस लड़ाई में शहीद हुए किसान भाइयों को नमन! #FarmLaws pic.twitter.com/Yg23sdbQrV
— Rakesh Tikait (राकेश टिकैत) (@tikaitrakesh) November 19, 2021
देशवासियों को दी प्रकाश पर्व की शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम संबोधन में कहा कि सभी देशवासियों को देव दीपावली की शुभकामनाएं। आज गुरु नानकदेव का पवित्र पर्व है। यह बेहद सुखद है कि डेढ़ साल बाद करतारपुर साहिब कॉरिडोर फिर से खुल गया है। आगे बताया, गुरु नानकदेव जी ने कहा कि संसार में सेवा का मार्ग अपनाने से ही जीवन सफल होता है। हमारी सरकार इसी सेवा भावना के साथ देशवासियों का जीवन आसान बनने में जुटी है।
इधर, किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हम आंदोलन अभी वापस नहीं लेंगे। सरकार जब तक संसद में तीन कृषि कानूनों को रद्द नहीं कर देती है, हमारा आंदोलन जारी रहेगा। टिकैत ने यह भी कहा कि हमारा आंदोलन सिर्फ तीन कृषि कानूनों के खिलाफ नहीं है। सरकार अन्य मांगों पर भी हमसे बात करे और किसानों के हित में फैसला ले।