पटना : पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का विवाद गहराता जा रहा है। इस बीच उनके घटक दल के नेता ही हावी हैं। ऐसे समय में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की बेटी ने पूर्व मुख्यमंत्री को सलाह दी है। लालू की बेटी डॉ. रोहिणी आचार्य ने ट्वीट किया- दरअसल आप जहां हैं वह आपके लिए मुफ़ीद नहीं है. आपने जब अपने गर्दन को संघियों और उसके संरक्षकों के गोद में रख दिया है फिर रोना किस बात का? रोईए मत. कल रोहिणी ने मांझी के बयान पर को शर्मनाक और निंदनीय बताया था। कल रोहिणी ने ट्वीट किया था-मांझी जी का बयान शर्मनाक और निंदनीय है ।पर यह भी सच है कि ब्राह्मण पंडित दलितों के घर खाना नही खाते ..खाना के बजाय पैसा लेना पसंद करते हैं ..समाज में आज भी छुआ छूत इंसानियत पे हावी है जो कि बहुत ही दुःखद है…। इससे पहले रोहिणी ने मांझी के शराबबंदी में अधिकारियों, ठेकेदारों, डॉक्टरों के घर भी छापेमारी होने के बयान पर समर्थन किया था। गौरतलब है कि शनिवार को राजधानी पटना में भुइया समाज के एक कार्यक्रम में मांझी ने ब्राह्माणों और भगवान राम को लेकर विवादित बयान दिया है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद वो सफाई देते चल रहे हैं। वहीं, जदयू और भाजपा के नेता लगातार उनके बयानों की आलोचना कर रहे हैं और मांझी मांगने के लिए कह रहे हैं। हालांकि ब्राह्माणों को गाली दिए जाने के बयान पर मांझी ने माफी भी मांग ली है।
क्या था मांझी ने
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि दलित समाज में आज-कल सत्य नारायण भगवान की पूजा का प्रचलन काफी बढ़ गया है। जगह-जगह ब्राह्मण जाकर सत्य नारायण भगवान की पूजा कराते हैं। हमारे समाज में ब्राह्मण … (गाली) जाते हैं, लेकिन खाना नहीं खाते हैं। सिर्फ पैसा लेते हैं।’ कार्यक्रम में मांझी ने यह भी कहा कि श्रीराम कोई भगवान नहीं हैं। वो एक काल्पनिक चरित्र है। हां, रामायण में उसके बारे में बहुत कुछ अच्छा लिखा है, जिसे पढ़ना चाहिए। मगर, वो भगवान नहीं है। अब जैसे हम ईंट, पत्थर, नदी को पूजते हैं, वैसे ही इसको पूजने लगे हैं, लेकिन हम राम को भगवान नहीं मानते हैं। इस पर बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी ने कहा कि भगवान राम को भगवान नहीं मानते हैं तो अपने नाम में राम क्यों लगा रखा है। आपको पूजा करना है या नहीं वो आपना व्यक्तिगत निर्णय है, मगर भगवान का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मिथिलेश ने कहा कि मांझी को इतनी ही दिक्कत है तो मुस्लिम धर्म उनको अपना लेना चाहिए।