पटना। अगर आप मेडिकल या इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं, पर आर्थिक परेशानी से जूझ रहे हैं तो घबराने की बात नहीं है। टैलेंटेड स्टूडेंट्स के लिए हमेशा कोई न कोई आगे आ ही जाता है। लोटस फाउंडेशन आपके सपने को ऊंची उड़ान देगा। गुरुग्राम स्थित लोटस पेटल फाउंडेशन के दूसरे ‘विनी सन स्कॉलरशिप प्रोग्राम’ के लिए पूरे भारत से आवेदन आमंत्रित कर रहा है। यह छात्रवृत्ति मेडिकल, इंजीनियरिंग, नर्सिंग और फार्मेसी में उच्च शिक्षा की इच्छा रखने वाले 18 वर्ष से अधिक आयु की मेधावी छात्राओं के लिए आर्थिक सहाय एवं एक अवसर प्रदान करती है। स्कॉलरशिप के लिए आवेदन 31 जनवरी 2022 तक स्वीकार किए जाएंगे। हरियाणा में बारहवीं कक्षा के सुपर 100 छात्रों के लिए छात्रवृत्ति राज्य शिक्षा विभाग और जिला शिक्षा अधिकारी, गुड़गांव द्वारा समर्थित है।
इस स्कॉलरशिप योजना के तहत, लोटस पेटल फाउंडेशन उन परिवारों की छात्राओं को वित्तीय सहायता प्रदान करता है, जहां परिवार की संयुक्त आय 5 लाख प्रति वर्ष से कम है। सालाना 65000/- रुपये तक की राशि (शुल्क + रहने की लागत + यात्रा आदि) पाठ्यक्रम की अवधि के लिए उन छात्रों के लिए है, जिन्होंने केंद्रीय या राज्य शैक्षणिक चिकित्सा (एमबीबीएस / बीडीएस) द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी इंजीनियरिंग, नर्सिंग और फार्मेसी सरकारी कॉलेज में प्रवेश लेने की इच्छुक हैं।
स्कॉलरशिप के लिए छात्रों को मान्यता प्राप्त राज्य या केंद्रीय बोर्ड से कम से कम 70 प्रतिशत के साथ दसवीं (क्लास 10) और बारहवीं कक्षा की परीक्षा दी होनी चाहिए, जबकि आरक्षित वर्ग (एससी / एसटी / ओबीसी) के छात्रों के लिए दसवीं और बारहवीं। में 60 प्रतिशत का मार्क-ऑफ है।
पिछले साल, देश भर से प्राप्त 138 आवेदनों में से, इंजीनियरिंग, चिकित्सा और संबद्ध अध्ययन में तीन व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए 8 राज्यों से 25 योग्य च्चातराओं की पहचान की गई थी। छात्रों ने IITबॉम्बे (IIT Bombay), राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT), बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान (BIT) , भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय (Indian Maritime University) जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश प्राप्त किया है और इस स्कॉलरशिप से लाभान्वित हुए हैं।
लोटस पेटल फाउंडेशन
लोटस पेटल फाउंडेशन की स्थापना 2011 में कुशल चक्रवर्ती की पहल से की गई थी। इसका एकमात्र उद्देश्य आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग के बच्चों के लिए समान अवसर प्रदान कराना और शहरी गरीबों के बीच सकारात्मक सामाजिक, आर्थिक परिवर्तन पैदा करना है। उनके काम के मुख्य क्षेत्र, यानी शिक्षा, आजीविका और पोषण के तहत, लोटस पेटल फाउंडेशन प्रतिष्ठान लर्निंग सेंटर का संचालन करता है-किशोरों के लिए 5 साल की फास्ट ट्रैक शिक्षा और कौशल कार्यक्रम, विद्यानंद स्कूल नर्सरी से कक्षा 12वीं की पढ़ाई के लिए और जीविका-औपचारिक नौकरियों के लिए किशोरों को कौशल आधारित व्यावसायिक कार्यक्रम प्रदान करता है। सहयोग परियोजना-सरकारी स्कूलों की पहले से मौजूद बुनियादी ढांचे और शिक्षण की सुविधाओं में सुधार लाने के लिए प्रोग्राम तैयार किया गया है। आरोग्य वेलनेस-संस्थान के बच्चों के लिए एक स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम है।