पटना : कोरोना वायरस से लड़ने के लिए बिहार सरकार ने एक नई योजना बनाई है। इसके तहत हर विधायक अपने फंड से 50 लाख रुपए देंगे। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना उन्मूलन कोष का गठन किया गया है। विधायकों से मिले फंड से कोरोना प्रभावित और लॉकडाउन वाले क्षेत्र के लोगों को राहत पहुंचाई जाएगी। शुक्रवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें यह फैसला लिया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए सरकार हरसंभव उपाय कर रही है। सीएम ने यह भी कहा कि कोई विधायक या विधान पार्षद इससे अधिक फंड देना चाहते हैं तो वह अनुशंसा कर सकते हैं।
मुंगेर सीएस ने की बड़ी लापरवाही
बता दें कि कोरोना से बिहार में पहली मौत होने वाले शख्स (सैफ) के घर की एक महिला और पड़ोस का बच्चा कोरोना पॉजिटिव था। जिसे मुंगेर के सिविल सर्जन (सीएस) ने इलाज के लिए भागलपुर स्थित मायागंज अस्पताल भेजा। लेकिन, सीएम कोरोना पॉजिटिव दो मरीजों के लिए सात संदिग्ध मरीजों को भी उसी एंबुलेंस में बैठाकर भागलपुर भेज दिया। ऐसे में दो कोरोना पॉजिटिव मरीजों के संक्रमण में आकर बाकी के सात संदिग्ध भी पॉजिटिव हो सकते हैं। ऐसी लापरवाही के कारण बिहार में कोरोना अपना पांव पसार सकता है।