सीएम नीतीश को जमीन विवाद केस में स्वीडन से आई गुहार, 10 बीघे का है मामला

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जमीन विवाद को सुलझाने और ऐसे मामले नहीं होने को लेकर कई नए कानून लाए हैं। जमीन से जुड़े सभी दस्तावेजों को ऑनलाइन कराया। ताकि कोई भी कहीं से भी अपनी जमीन से जुड़ी जानकारी से अपडेट रहे, लेकिन मुख्यमंत्री के पास जमीन विवाद को लेकर स्वीडन से गुहार आई है। स्वीडन के गोथेनबर्ग यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर स्वाति पराशर ने मुख्यमंत्री को सोशल मीडिया पर अपनी पैतृक जमीन मधुबनी जिले के पंडौल अंचल अंतर्गत डीहटोल गांव स्थित 10 बीघा जमीन को कब्जा मुक्त कराने की गुहार लगाई है। स्वाति के इस अपील पर मंत्री संजय झा ने संज्ञान लिया है और उन्होंने मधुबनी डीएम से पूरे मामले की जानकारी ली और तत्काल जांच करा जमीन को कब्जा मुक्त कराने को कहा है। इस जमीन के रैयत और स्वाती पराशर के पिता अरविंद झा झारखंड सरकार के डिप्टी सेक्रेटरी पद से रिटायर्ड हो चुके हैं। इन्होंने प्रशासन को आवेदन देकर बताया कि 9 अप्रैल को सुबह 4 बजे सैकड़ों लोग आए और बलपूर्वक उनकी जमीन पर झोपड़ी डाल दी और रहने लगे। उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस और प्रशासन को दी। इसके बाद मधुबनी सदर के एसडीएम अभिषेक रंजन और एसडीपीओ कामिनी बाला के नेतृत्व में पुलिस ने कब्जाधारियों को हटवाया।

बेटे के साथ मिलकर उक्त जमीन पर कृषि आधारित लगाना चाह रहे उद्योग
अरविंद ने बताया कि उनकी यह पैतृक जमीन है। जिस पर वो लोग 100 साल से खेती करवा रहे हैं। अचानक इस तरह से कब्जे की बात समझ नहीं आ रही। उन्होंने बताया कि वह अपने बेटे पंकज पराशर के साथ मिलकर इस जमीन पर कृषि आधारित उद्योग लगाने के लिए एक साल से काम कर रहे हैं। उनका बेटा पंकज गुड़गांव में विप्रो कंपनी में काम करता था। लॉकडाउन में काम छोड़कर अपने गांव में ही है। कृषि आधारित उद्योग लगाने के लिए जमीन पर काफी कुछ काम हो चुका था, जिसे कब्जाधारियों ने बर्बाद कर दिया।

भूमिहीन परिवारों ने की कब्जा करने की कोशिश
अरविंद झा के मुताबिक उनकी 10 बीघा जमीन पर भूमिहीन परिवारों ने कब्जा करने की कोशिश की है। कब्जा करने आई उर्मिला देवी के अनुसार वे लोग भूमिहीन हैं और यह 10 बीघा जमीन सरकारी है, जिस पर वे लोग घर बनाकर रहने आए थे। इधर, मार्च 2021 तक का उस जमीन का रसीद अरविंद झा के नाम पर कटा हुआ है। अरविंद ने कहा कि इस साजिश में उनके चचेरे भाई भी शामिल हैं। 10 बीघा जमीन के बीच में उनके चचेरे भाई की भी कुछ जमीन है और वह पूरी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है।

एसडीएम बोले-दोषियों पर होगी कार्रवाई
पूरे मामले के हाईलाइट होने पर एसडीएम अभिषेक रंजन ने कहा कि सीओ से जमीन से जुड़ी सभी जानकारी लेकर पूरे मामले की जांच की जाएगी। जो भी दोषी मिलेंगे, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल कई लोगों के खिलाफ पंडौल थाने में केस दर्ज हो चुका है। कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है।

स्वाति पराशर का क्या है पूरा परिचय
अरविंद झा की बेटी स्वाति पराशर फिलहाल स्वीडन में प्रोफसर हैं। इससे पहले वो ऑस्ट्रेलिया यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थीं। स्वीडन के गोथेनबर्ग यूनिवर्सिटी में स्वाति स्कूल ऑफ ग्लोबल स्टडीज में शांति और विकास विषय पढ़ाती हैं। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की विजिटिंग फैकल्टी भी हैं। महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर अक्सर आर्टिकल लिखती रहती हैं।

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