पटना : दुनिया भर में फैले कोरोना वायरस का असर धार्मिक कार्यक्रमों पर सीधे तौर पर पड़ा है। ताजा उदाहरण हज से जुड़ा है। करीब 222 साल में पहली बार हज रद्द हो सकता है। सऊदी अरब में एक लाख से अधिक लोग कोरोना संक्रमित हैं, जबकि 800 लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में हज का आयोजन नहीं होने की संभावना है। इस महामारी को देखते हुए भारत में इस साल दो लाख और बिहार से 4859 लोगों ने हज पर जाने रजिस्ट्रेशन कराया था। इनमें बिहार के 140 लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन रद्द कराने के लिए आवेदन दिया है। बता दें पांच जून को सेंट्रल हज कमेटी ने कहा था कि जो हज यात्रा रद्द करना चाहते हैं, वे रद्द करा लें। उन्हें पूरी रकम लौटा दी जाएगी।
सरकार ने भी नहीं दी है कोई सूचना
कोरोना के संक्रमण का लोगों में डर और उनके बचाव का ख्याल रखते हुए इस साल हज यात्रा रद्द होने की संभावना है। इसके साफ संकेत सेंट्रल हज कमेटी के सीईओ मकसूद अहमद खान ने दिया। इन्होंने कहा कि इस बार हज यात्रा की उम्मीद बहुत कम है। सरकार ने कोई सूचना नहीं दी है।