पटना : देश में फैले कोरोना और लागू लॉकडाउन का असर हर दिन देखने को मिल रहा है। लोग हजारों किलोमीटर दूर से किसी तरह अपने घर पहुंच रहे हैं, लेकिन उनको घर की दहलीज पर इंट्री ही नहीं मिल रही है। ऐसा ही एक मामला त्रिपुरा से जुड़ा है। जहां एक दंपति चेन्नई से इलाज कराकर 3213 किलोमीटर का सफर एंबुलेंस से तय कर अपने घर पहुंचा, लेकिन यहां आने के बाद वह बेटी या घर के किसी अन्य सदस्य का चेहरा तक नहीं देख सका। दरअसल, त्रिपुरा के गोमती जिले के उदयपुर निवासी चंचल मजुमदार अपनी पत्नी का इलाज कराने चेन्नई गए थे। हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होकर घर आने के दिन ही लॉकडाउन लग गया। ऐसे में वो लोग वहां फंस गए और चेन्नई में रहना उनको काफी महंगा पड़ रहा था। इधर, 8 मई को बेटी की शादी थी। इसलिए, पति-पत्नी दोनों अस्पताल से ही एक एंबुलेंस बुक कर कई शहरों से चेक पोस्ट पर जांच कराते हुए अपने शहर पहुंचे। लेकिन, यहां आते ही उन्हें क्वारेंटाइन सेंटर भेज दिया गया।
त्रिपुरा में अब तक दो मरीज मिले हैं
बता दें कि त्रिपुरा में कोरोना के अब तक दो मरीज ही मिले हैं। इसमें एक मरीज ठीक भी हो चुका है। वह अपने घर में 14 दिनों के क्वारेंटाइन में है। इधर, पूरे मामले पर गोमती जिले के डीएम तरुण कांति देबनाथ ने कहा कि वायरस के संक्रमण को लेकर हमलोग कोई जोखिम नहीं उठाना चाहते। पति-पत्नी कई शहरों से होते हुए आए हैं, ऐसे में उनको क्वारेंटाइन किया जाना बेहद जरूरी है।