पटना : पूर्व शिक्षा मंत्री और मुंगेर जिले के तारापुर से जदयू विधायक डॉ. मेवालाल चौधरी की कोरोना से मौत हो गई है। पटना के पारस अस्पताल में सोमवार की सुबह 4:30 बजे उन्होंने दम तोड़ा। मेवालाल बीते 5 दिनों से बीमार थे। उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने के बाद पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बता दें एंटीजन टेस्ट में इनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी और फिर आरटी-पीसीआर जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। पीएमसीएच में बेड नहीं मिलने के कारण उन्हें पारस अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। रविवार को उनकी तबीयत में सुधार नहीं होता देखकर डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर रखा था। दो साल पहले उनकी पत्नी और तारापुर से विधायक रह चुकी नीता चौधरी की आग में झुलसने से मौत हो गई थी।
डॉक्टरों के अनुसार आज तक बच जाते तो बचने की संभावना थी
पूर्व शिक्षा मंत्री के पीएम शुभम ने बताया कि डॉ. मेवालाल का इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि वो अगर आज तक बच जाते तो उनके बचने की संभावना थी। डॉक्टरों ने बताया कि संक्रमण उनके फेफड़ों तक फैल चुका था। इनके निधन पर राजनीतिक गलियारे में शोक है। जदयू नेताओं समेत तमाम दलों के नेताओं ने शोक जताया है।
इसी बार बने थे मंत्री, विरोध के बाद दिया था इस्तीफा
डॉ. मेवालाल चौधरी को नीतीश कैबिनेट में 2020 में शामिल किया गया था। उन्हें शिक्षा मंत्री बनाया गया था, लेकिन भागलपुर के सबौर कृषि विश्वविद्यालय में घोटाले के आरोपों को लेकर उनका विरोध शुरू हो गया था। इसके बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। डॉ. मेवालाल 2015 में तारापुर से विधायक बने थे। इनके निधन की सूचना से उनके पैतृकम गांव कमरगामा में शोक है। उनके समर्थकों और चाहने वालों ने शोक जताया है।