पटना : बिहार में कोरोना वायरस की दूसरी लहर में संक्रमण तेजी से बढ़ने लगा है। सूबे के 33 जिलों में संक्रमण फैल चुका है। कोरोना की नई लहर में 351 नए मरीज मिले हैं। 27 मार्च को सूबे में 195 मरीज मिले। 26 मार्च को 211 और 12 मार्च को सबसे अधिक 351 नए मरीज मिले थे। कुल संक्रमितों की संख्या 1346 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राजधानी पटना में सबसे अधिक 137 नए मरीज सामने आए हैं। इसके अलावा अररिया में 18, भागलपुर में 48, गया में 14, जहानाबाद में 15 और सीवान में 15 नए मरीज मिले हैं। वहीं, बीते 24 घंटों में कोरोना के 119 मरीज स्वस्थ हुए हैं। जबकि कोरोना से संक्रमित एक व्यक्ति की मौत हो गई। रविवार को 65 हजार 104 सैंपल की जांच हुई है। सूबे में अब तक 2 करोड़ 35 लाख 969 सैंपल की जांच की जा चुकी है। इनमें 2 लाख 64 हजार 955 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले, जिसमें से 2 लाख 62 हजार 036 मरीज स्वस्थ हो गए हैं। 1572 मरीजों की मौत हो गई।
वैक्सीन लेने के बाद भी संक्रमित और फिर मौत
कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लेने के बाद भी वैशाली में कोरोना से एक वृद्धा की मौत हो गई है। जबकि तीन संक्रमितों की स्थिति गंभीर है। इन तीनों का इलाज बेलसर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में चल रहा है। वैक्सीन के बाद संक्रमित की मौत की जानकारी के बाद स्वास्थ्य विभाग और जिले में हड़कंप मचा है। मृत 70 वर्षीय महिला के गांव पहुंचकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लोगों से पूछताछ की। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कहा कि पूरे मामले की जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। बता दें एक सप्ताह पहले गया जिले के कोंच प्रखंड निवासी आंगनबाड़ी सेविका कुमारी विंध्यवासिनी देवी की भी कोरोना से मौत हो गई थी। पटना एम्स में इलाज के दौरान सेविका ने दम तोड़ा था। जबकि वह कोरोना का टीका लगवा चुकी थी। कुमारी विंध्यवासिनी को पटना एम्स में 12 मार्च को भर्ती कराया गया था। पटना एम्स के नोडल अधिकारी डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि सेविका को बचाने की कोशिश की गई पर वह वायरस से बहुत ज्यादा संक्रमित हो चुकी थी। वहीं, मृत सेविका के पति सत्येंद्र प्रसाद शर्मा ने बताया कि उनकी पत्नी ने कोरोना टीका के दोनों डोज लिए थे। पहला डोज चार फरवरी को और फिर दूसरा डोज छह मार्च को लिया था।
पटना प्रमंडल में सबसे अधिक संक्रमण
प्रधान सचिव के मुताबिक पटना प्रमंडल में एक बार फिर कोरोना का संक्रमण सबसे अधिक है। यहां 445 एक्टिव केस हैं। सारण में 32 एक्टिव मरीज हैं। इसी तरह गया में 68, भागलपुर में 84, मुंगेर में 74, सहरसा में 25, पूर्णिया में 92, दरभंगा में 50 और तिरहुत प्रमंडल में 54 एक्टिव मरीज हैं। अब तक 241 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जा चुके हैं।