पटना : बिहार में कोरोना का संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है। बीते 24 घंटों में वायरस की चपेट में 935 लोग आए हैं। राजधानी पटना में सबसे अधिक 432 मरीज सामने आए हैं। इनमें पटना आईआईटी के 18 छात्र भी शामिल हैं। बढ़ते संक्रमण पर रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि पिछले साल की तुलना में इस बार कोरोना ज्यादा खतरनाक है। पिछले 15 दिनों में सूबे में एक्टिव मरीजों की संख्या तीन गुना बढ़ी है। प्रत्यय अमृत ने कहा कि अगर, ऐसे ही मरीजों के बढ़ने का सिलसिला रहा तो आने वाले दिनों में स्थिति भयावह हो जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना से डरने की नहीं, बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है। लोग प्रशासन और विभाग को सहयोग करें। बेहद जरूरी हो, तभी घर से बाहर निकलें और मास्क जरूर पहनें। साथ ही सभी जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
मार्च के पहले हफ्ते में 224 एक्टिस केस थे
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने बताया कि मार्च के पहले हफ्ते में 224 एक्टिव मरीज थे। दूसरे हफ्ते में यह संख्या बढ़कर 267 पहुंच गई और तीसरे हफ्ते में 544 पहुंच गई। फिर चौथे हफ्ते में एक्टिव मरीजों की संख्या 1386 तक पहुंची। इसके बाद से अब तक में एक्टिव मरीज 4143 हो चुके हैं। प्रत्यय अमृत ने बताया कि बीते 24 घंटों में 42418 सैंपल की जांच हुई है। जबकि एक दिन में कोरोना का सबसे अधिक टीका सोमवार को लगा। इस दिन 2.87 लाख लोगों ने टीकाकरण करवाया है। इससे पहले महिला दिवस पर आठ मार्च को 2.25 लाख लोगों ने कोरोना का टीका लिया था। अब तक सूबे में 45 से अधिक उम्र के 3802057 लोग टीका ले चुके हैं। इनमें पहला डोज 3317904 लोग हैं और दूसरा डोज 1918165 लोग हैं।
सीएम बोले-हर दिन 1 लाख से ज्यादा टेस्ट करें
सूबे में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कोरोना जांच बढ़ाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि हर दिन 1 लाख से ज्यादा लोगों की कोरोना जांच करें। उन्होंने आरटीपीसीआर जांच बढ़ाने पर जोर दिया। साथ ही लोगों से अपील कि हर कोई मास्क जरूर पहनें और कोविड-19 से जुड़ी सभी गाइडलाइन का पालन करें।