पटना : देश में 14 अप्रैल तक लागू लॉकडाउन को आगे बढ़ाने या हटाने को लेकर एक हफ्ते से गहमागहमी बनी है। मंगलवार को सात राज्यों ने केंद्र सरकार से लॉकडाउन की अवधि को एक महीने और बढ़ाने की मांग भी कर चुकी है। ऐसे में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी दलों के नेताओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात की। हालांकि बैठक में अब तक कोई निष्कर्ष नहीं निकाला गया है। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि शाम तक प्रधानमंत्री लॉकडाउन को लेकर कोई निर्णय ले सकते हैं। गौरतलब है कि पूरे देश में 24 मार्च की रात 12 बजे से लॉकडाउन है। ऐसे में देश को आर्थिक तौर पर काफी नुकसान हो रहा है, लेकिन आशंका यह भी है कि अगर लॉकडाउन हटा तो कोरोना जो फिलहाल नियंत्रित है, वह कहीं अनियंत्रित नहीं हो जाए।
नेताओं ने कई अन्य मांगें भी रखी
प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई बातचीत में नेताओं ने लॉकडाउन के अलावे कई अन्य मांगें भी रखी। नेताओं ने एफआरबीएम राजकोषीय सीमा को तीन से पांच फीसदी, राज्यों को उनका बकाया देने, राहत पैकेज को जीडीपी के एक फीसद की जगह पांच फीसद करने, कोरोना टेस्ट को फ्री करने और पीपीआई किट की मांग की।