पटना : अररिया जिले के रानीगंज निवासी धर्मजीत माधव को पीएचडी करने के लिए बेल्जियम सरकार ने एक करोड़ रुपए की स्कॉलरशिप दी है। आईआईटी रुड़की से बीटेक करने वाले धर्मजीत इससे पहले भी 38 लाख रुपए की स्कॉलरशिप पा चुके हैं। तब उन्हें फ्रांस यूनिवर्सिटी ने एमएस इन टेक्नोलॉजी के लिए उक्त स्कॉलरशिप दी थी। अब बेल्जियम सरकार से एक करोड़ की स्कॉलरशिप मिलने के बाद उनके घर में खुशी का माहौल है। बड़हरा निवासी पिता प्रो. वकील सिंह मुहल्ले में घूम-घूमकर लोगों को मिठाइयां खिला रहे हैं। मां सरिता देवी की तो खुशी का ठिकाना ही नहीं है। सरिता देवी ने कहा कि वो सिर्फ पांचवीं पास हैं। उनके मन में इस बात का हमेशा दुख रहता था, लेकिन उनके बेटे धर्मजीत ने उनके सपनों को पूरा कर दिया। आज उन्हें खुद के कम पढ़े-लिखे होने का कोई मलाल नहीं है। सरिता देवी ने कहा कि धर्मजीत ने यह स्कॉलरशिप पाकर अपने जिले का ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य का भी नाम रौशन किया है।
फारबिसगंज से की है दसवीं तक पढ़ाई
धर्मजीत माधव ने बताया कि उन्होंने अपने गृह जिले से ही दसवीं तक पढ़ाई की है। फारबिसगंज के सरस्वती विद्या मंदिर से 10 सीजीपीए लाकर दसवीं पास किया। इसके बाद बोकारो से 12वीं की पढ़ाई पूरी की। आगे आईआईटी रुड़की से बीटेक किया। बीटेक पूरी होने के बाद फ्रांस यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ साइंस की पढ़ाई के दौरान ही एमएस इन टेक्नोलॉजी के लिए 38 लाख रुपए स्कॉलरशिप मिली। इनके भाई ने भी इस बार आईआईटी का इंट्रेस एग्जाम क्वालिफाई किया है।