पटना : बिहार विधानसभा चुनाव में तीन हफ्ते ही बचे हैं और राजद प्रमुख और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अब तेजस्वी यादव और उनके बड़े भाई और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव पर हत्या के मामले में प्राथमिकी दर्ज हो गई है। इन दोनों भाइयों के अलावा राजद नेता अनिल साधु पर भी एफआईआर दर्ज हुई है। दरअसल, रविवार की सुबह पूर्णिया जिले में राजद के एससी-एसटी प्रकोष्ठ के पूर्व सचिव शक्ति मलिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। शक्ति मलिक पूर्णिया के मुर्गी फॉर्म रोड में अपने आवास पर थे, तभी उनके घर की दीवार फांदकर अपराधी घर में घुसे और उन्हें तीन गोलियां मार दी। इसके बाद शक्ति की पत्नी खुशबू ने पुलिस को बताया कि उनके पति अररिया जिले के रानीगंज से चुनाव लड़ने के लिए टिकट मांगने गए थे। इस पर तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव ने 50 रुपए की मांग की थी। पैसे नहीं मिलने पर शक्ति को पार्टी से निकाल दिया गया था और देख लेने की भी धमकी दी गई थी। इधर, शक्ति ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी थी। खुशबू ने अपने पति की हत्या मामले में तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव, कालो पासवान, अनिल साधु, सुनीता देवी और तीन अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई है।
आरोपी कालो पासवान ने एक माह पूर्व किया था हमला
शक्ति मलिक की पत्नी खुशबू के अनुसार उनके पति की हत्या में शामिल कालो पासवान ने एक महीने पहले शक्ति मलिक पर हमला किया था। इस जानलेवा हमले में शक्ति बाल-बाल बचे थे। बता दें कालो पासवान अररिया में जिला पार्षद हैं और रानीगंज सीट से इस चुनाव में राजद के उम्मीदवार बनने वाले हैं। इसी कारण से खुशबू ने इन पर हत्या करवाने का आरोप लगाया है। वहीं, कालो पासवान का कहना है कि सभी आरोप बेबुनियाद हैं। मैं एक सप्ताह से पटना में ही हूं। कालो ने यह भी कहा कि शक्ति के साथ मेरी जो अनबन हुई थी, उसमें शक्ति की ही गलती थी। फिर भी मैंने थाने में मेल-मिलाप का आवेदन दिया था।