Road Awareness Programme-Akshat Seva Sadan-Bihar Aaptak

अक्षत सेवा सदन में आयोजित जागरूकता अभियान में चार डॉक्टरों को मिला ‘संजीवनी पुरस्कार’

पटना। बिहार के हड्डी रोग केंद्र अक्षत सेवा सदन यारपुर पटना में रविवार को वर्ल्ड डे ऑफ़ रेमेमब्रेन्स ऑफ़ रोड ट्रैफिक विक्टिम्स पर “जागरूकता अभियान” मनाया गया। मौके पर बतौर मुख्य अतिथि मौजूद बिहार पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन अशोक घोष ने कहा कि हमारी सरकार ने पूरे प्रदेश में अच्छी सड़कों का निर्माण करवाया है, लेकिन ट्रैफिक रूल को नहीं मानने के कारण इस तरह की घटनाएं हो रही हैं, जिसको की इसी तरह की जागरूकता अभियान चलाकर कम किया जा सकता है कम उम्र के बच्चों के द्वारा सड़क पर तेज गति से गाड़ी चलाना अभी इसका एक बड़ा कारण है, अगर एक्सीडेंट में आपको गंभीर चोटें आई हैं, तो सबसे पहले आपको एंबुलेंस को कॉल करना चाहिए तथा नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाना चाहिए।

इस दौरान मौजूद यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस के क्षेत्रीय प्रबंधक अंजन सिन्हा ने कहा तीव्र गति से बढ़ रहे वाहनों के चलते आज रोड एक्सीडेंट एक साधारण बात है, क्योंकि जीवन में कई बार हम लोग इस तरह के घटना के गवाह बन जाते हैं इसलिए हमेशा गाड़ी चलते समय गाड़ी तथा अपना इंश्योरेंस करवाना चाहिए, ताकि आपके स्वास्थ्य आर्थिक स्थिति में आपकी सहायता हो सके। वही, मेडिवर्सल हॉस्पिटल के निदेशक रजत सुबरा मजूमदार ने कहा कि आज दुनिया भर में सड़क हादसे लगातार बढ़ रहे हैं इसका मुख्य कारण है सड़क सुरक्षा के नियमों की अवहेलना करना है रोड एक्सीडेंट में मरीज के शरीर से काफी ब्लड लॉस होता है लेकिन समय पर खून के कमी के कारण भी हम चिकित्सा पूरी तरह से इलाज में असमर्थ हो जाते हैं सही समय पर मरीज को अस्पताल पहुंचाना भी बहुत जरूरी है। मौके पर मौजूद गिनी मोटर्स पटना के जनरल मैनेजर अरुण कुमार सिंह ने कहा कि प्रत्येक सड़क दुर्घटना दर्दनाक होता है लेकिन तेज गति से गाड़ी चलाते समय घटित हादसों में अधिक जान माल का नुकसान होता है आज के समय में गाड़ियों में ज्यादा सेफ्टी फीचर आ रही है लेकिन गाड़ी चलाते समय हमेशा सीट बेल्ट लगाना चाहिए दो पहिया वाहन चलाते समय आगे और पीछे बैठने वाले को भी हेलमेट पहनना चाहिए जिससे कि दुर्घटना में होने वाले नुकसान और नुकसान को कम किया जा सके।

सीनियर एडवोकेट शरद सिन्हा ने कहा कि हमारा सड़क परिवहन तंत्र आज भी पुराने तकनीक से चल रही है बस और ट्रक के अप्रशिक्षित ड्राइवर के कारण दुर्घटना ज्यादा हो रही है सड़क परिवहन के नियमों का पालन नहीं कर करना जैसे कि शराब पीकर तेज गति तथा पार्किंग कि सही व्यवस्था नहीं होना दुर्घटना का एक बड़ा कारण है बिना किसी प्रशिक्षण के ड्राइविंग लाइसेंस मिल जाता है, कारण है सड़क दुर्घटना, सभी ड्राइवर को यह जानना बहुत बेहद बेहद जरूरी है कि सड़क नियम क्या है।

बिहार पुलिस संघ के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने कहा कि हमारी सुरक्षा के लिए बनाए गए नियमो का उलंघन कर हम खुद के जीवन को संकट में डाल देते है, इसलिए हमें हमेशा यातयात के नियमो की पालना करते हुए उन्ही के अनुसार चलना चाहिए, जिससे हमारे जीवन की सुरक्षा सुनश्चित की जा सकें। बाइक और साइकिल जैसे दुपहिया वाहन को चलाते समय हमें हेल्मेंट का प्रयोग करना चाहिए, क्योंकि ज्यादातर दुर्घटना दुपहिया वाहनों के साथ ही होती है, इसलिए हेलमेट पहनकर अपनी सुरक्षा करें।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डॉ अमूल्य कुमार सिंह ने कहा 21 नवम्बर वर्ल्ड डे ऑफ़ रेमेमब्रेन्स ऑफ़ रोड ट्रैफिक विक्टिम्स सड़क यातायात पीड़ितों की याद में मनाया जाता है, अधिक स्पीड के कारण ही सबसे ज्यादा दुर्घटना होती हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में हाईवे पर होने वाली लगभग 60 प्रतिशत दुर्घटना ज्यादा स्पीड के कारण होती हैं। उन्होंने कहा कि चाहे सड़क कितनी भी अच्छी हो या फिर आपको कितनी भी जल्दी हो, कभी भी बहुत अधिक स्पीड में ड्राइविंग नहीं करनी चाहिए। एक रिपोर्ट के अनुसार पूरे विश्व का 1% गाड़ी भारत में है जबकि 6% एक्सीडेंट भारत में होती है, आहत व्यक्ति को बिना कोई और नुकसान पहुँचाए, दुर्घटना की जगह से किसी सुरक्षित जगह पर पहुँचाएं। मौके पर रोड एक्सीडेंट में अपने इकलौते पुत्र को खो चुके अच्छेवर सिंह तथा संतोष मंडल को जिनका रोड एक्सीडेंट में पैर कट गया, उन्हें ग्लोबल ऑर्थोपेडिक फोरम के द्वारा आर्थिक सहयोग किया गया सहायता के रूप में हेलमेट बांटा गया।

इस मौके पर ग्लोबल ऑर्थोपेडिक फोरम के तत्वावधान में चार डॉक्टरों को ‘संजीवनी पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया, जिन्होंने आघात, पीड़ितों के जीवन को बचाने के लिए अमूल्य योगदान दिया

  1. डॉ समेंद्र कुमार, न्यूरो सर्जन
  2. डॉ कुमार मानवेंद्र, डेंटल सर्जन
  3. डॉ. रामित गुंजन, ऑर्थोपेडिक सर्जन
  4. डॉ. आशीष सिंह, ऑर्थोपेडिक सर्जन

महत्वपूर्ण जानकारी
दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को बिना कोई और नुकसान पहुँचाए, दुर्घटना की जगह से किसी सुरक्षित जगह पर पहुँचाएं।
हाथ से दबा कर रक्त स्त्राव रोकने की कोशिश करें। घावों को साफ करें और साफ सुथरे कपडेसे ढक दें।
अपने सभी प्रकार के वाहन के पार्किंग पर विशेष रूप से ध्यान रखें।
सड़क मार्ग पर वाहन चलाते समय किसी अन्य वाहन चालक को ओवरटेक करने का प्रयास ना करें।
वाहन चलाते समय बार-बार वाहन के होर्न का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
एक तरफा रोड के नियम का पालन करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *