पटना। बिहार में शराब के खिलाफ जंग जारी है। संविधान दिवस के मौके पर शुक्रवार को राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों को शपथ दिलवाई कि शराबबंदी को हर हाल में सफल बनाना है और कभी भी इसे खुद हाथ नहीं लगाना है और न ही कहीं बिक्री होने देना है। मुख्य समारोह ज्ञान भवन में आयोजित किया गया, जहां सीएम नीतीश कुमार के अलावा उपमुख्यमंत्री सहित दर्जनों मंत्री व अधिकारी मौजूद रहे। इधर, राज्य के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के निदेशक कंवल तनुज ने भी अपने कर्मचारियों व अधिकारियों को शपथ दिलवाई। इस मौके पर कंवल तनुज ने खुद भी शपथ ली और अपने कर्मचारियों व अधिकारियों से शपथ दिलवाई कि मैं आजीवन शराब का सेवन नहीं करूंगा।
बता दें कि नशामुक्ति दिवस के दिन आज बिहार में शराबबंदी को लेकर सबसे बड़ी शपथ ली गई। राज्य सरकार के साढ़े तीन लाख से अधिक कर्मियों ने शराब नहीं पीने की शपथ ली। सीएम ने खुद भी शपथ लेकर शराब के सेवन नहीं करने की शपथ ली। इस दौरान पटना के ज्ञान भवन में कई कार्यक्रम हुए। सीएम नीतीश कुमार शुक्रवार को ज्ञान भवन पहुंचे और नशामुक्ति की मुहिम में मद्यनिषेध प्रचार-प्रसार अभियान रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। राज्यकर्मियों में मद्य निषेध के प्रति चेतना जागृत करने के लिए आयोजित राज्यव्यापी शपथ ग्रहण कार्यक्रम में राज्य मुख्यालय से लेकर जिला, प्रखंड व पंचायत स्तर पर सरकारी कर्मचारी व अफसर शराब नहीं पीने की शपथ लिये। मुख्यमंत्री ज्ञान भवन से ही मद्य निषेध के प्रति जागरूकता फैलाने वाले कई वाहनों को भी हरी झंडी दिखा कर रवाना किया।
तय कार्यक्रम के तहत सीएम नीतीश कुमार पटना के ज्ञान भवन पहुंचे. यहां उन्होंने नशामुक्ति दिवस के दिन आज मद्य निषेध प्रचार-प्रसार अभियान रथ को हरी झंडी दिखाई। इस मौके पर शराब व अन्य नशा से मुक्ति के लिए जागरुक करने इस रथ को रवाना किया गया। वहीं, दूसरी तरफ पुलिस मुख्यालय में शराबबंदी के शपथ को लेकर तैयारी पूरी देखी गयी। सीएम नीतीश कुमार के समक्ष नशामुक्ति पर केंद्रीत कई अन्य कार्यक्रम पेश किये गये। सीएम के समक्ष शैडो डांस को भी प्रस्तुत किया गया, जिसमें शराब की लत के कारण किस तरह एक पूरा परिवार व घर उजड़ जाता है, वो दिखाया गया। कार्यक्रम में मुंबई से आये दस शैडो कलाकार ने अपनी प्रस्तुति दी। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ही उप मुख्यमंत्री एवं अन्य मंत्रियों समेत सरकार के आला अधिकारी मौजूद रहे।
सचिवालय के पास लगे एक स्टॉल पर दूध पीने के लिए लोगों की भीड़ लग गई और लगभग 500 लोगों ने हाथ में दूध लेकर शराब नहीं पीने की कसम खाई है। सामाजिक कार्यकर्ता विवेक विश्वास ने कहा कि शराब से उजड़ी सेहत को अब दूध जैसे अमृत से सुधारा जा सकता है। बता दें कि आज राज्य भर में शराबबंदी को लेकर एक अभियान चल रहा है, जिसमें सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों ने शराब नहीं पीने की शपथ ली है।