पटना : बिहार में बाढ़ से बच्चे-बूढ़े सभी भुखमरी के शिकार हैं। जब बाढ़ पीड़ितों ने रोटी मांगी तो केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि यह सरकार के लिए संभव नहीं है। केंद्रीय मंत्री से बातचीत का जब लोग वीडियो बनाने लगे तो वे इसे रोक रहे थे। दरअसल, सारण के राघोपुर में बाढ़ से भारी तबाही मची है। हजारों लोग अपने परिवार के साथ हाजीपुर में बने राहत शिविर में रह रहे हैं। यहां लोगों के लिए कम्युनिटी किचन चल रहा है, जिसमें दोनों टाइम लोगों को चावल खिलाया जा रहा है। बाढ़ राहत शिविर का जायजा लेने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय पहुंचे। मंत्री को देखते ही लोगों ने उन्हें घेर लिया और राहत शिविर की कुव्यवस्था बताने लगे। महिला ने मंत्री से कहा कि छोटे बच्चों के लिए रोटी की व्यवस्था कराई जाए तो उन्होंने कहा कि सरकार के लिए रोटी का इंतजाम करना संभव नहीं है। कैंप में रह रहे लोगों ने बताया कि चावल खाने से बच्चे बीमार पड़ रहे हैं।
कई नए इलाकों में घुसा पानी, 5 लाख और लोग प्रभावित
सूबे में पिछले 24 घंटे में कई नए इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है। इससे करीब 5 लाख और लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ प्रभावित जिलों की संख्या 15 से बढ़कर 16 हो गई है। अब पूर्णिया के कुछ प्रखंड बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। जल संसाधन विभाग के इंजीनियर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की निगरानी कर रहे हैं। वहीं, आपदा प्रबंधन विभाग ने प्रभावित इलाकों में आवागमन करने के लिए नावों की संख्या बढ़ा दी है। अब 2582 नाव प्रभावित इलाकों को आवंटित हैं। विभागीय जानकारी के अनुसार बाढ़ प्रभावित इलाकों में 68 राहत शिविर, 621 कम्युनिटी किचन चल रहे हैं। मंगलवार को इन किचन के जरिए 6 लाख 28 हजार लोगों को खाना खिलाया गया। साथ ही अब तक विभाग द्वारा 22899 पॉलिथिन चादर और 1.4 लाख सूखे राशन का पैकेट बांटा गया है।
फसल क्षति का कराया जा रहा आकलन
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक बाढ़ के कारण बर्बाद हुई फसलों का आकलन कराया जा रहा है। आकलन के बाद किसानों को क्षतिपूर्ति दी जाएगी। फिलहाल बाढ़ से पटना, वैशाली, भोजपुर, लखीसराय, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, खगड़िया, सहरसा, भागलपुर, बक्सर, बेगूसराय, कटिहार, मुंगेर, समस्तीपुर और पूर्णिया प्रभावित है। बाढ़ प्रभावित परिवारों को 6 हजार रुपए अनुदान राशि मिल चुकी है। मंगलवार तक 2.24 लाख परिवारों में 134.34 करोड़ रुपए बांटे जा चुके हैं।