इंडिगो एयरलाइंस (Indigo Airlines) के स्टेशन मैनेजर (Station Manager) रूपेश सिंह (Rupesh Singh) के मर्डर के तीन दिन बाद भी पुलिस अब तक कोई सुराग नहीं जुटा पाई है। हालांकि बड़ी खबर यह आ रही है कि इस हत्याकांड की जांच के घेरे में दो आईएएस आफिसर आ सकते हैं। इनमें एक महत्वपूर्ण जिले के जिलाधिकारी भी हैं। सूत्रों के अनुसार डीएम हथियारों का लाइसेंस बेचते हैं, जिसमें रूपेश सिंह (Rupesh Singh) मीडिएटर की भूमिका निभा रहे थे। इस खुलासे के बाद राज्य में तहलका मच गया है।
बता दें कि इंडिगो एयरलाइंस के मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड (Rupesh Singh Murder Case) मामले में पटना हवाई अड्डे के सीसीटीवी फुटेज की बारीक से जांच शुरू हो गई है। शुक्रवार को भी एयरपोर्ट की तकनीकी टीम ने उन सभी कैमरों के फुटेज निकाले और आठ कैमरों में कैद तीन घंटे के फुटेज को एयरपोर्ट थाने को सौंप दिया। जिन इलाकों के फुटेज की जांच की जा रही है, उनमें पार्किंग एरिया, इंडिगो के दफ्तर, काउंटर व एयरपोर्ट के प्रवेश और निकास के फुटेज शामिल हैं।
दरअसल, एयरपोर्ट थाने नेएयरपोर्ट प्रशासन को पत्र लिखकर उन सभी जगहों के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज मांगे थे। शुक्रवार को इस फुटेज से जुड़ी सीडी एयरपोर्ट थाने को सौंप दी गई, जिसकी बारीकी से जांच की जा रही है। जिस दिन रूपेश की हत्या हुई थी, उस दिन की तीन घंटे के फुटेज की जांच से क्लू मिलने की संभावना है। फुटेज में रूपेश का एयरपोर्ट परिसर में प्रवेश, निकास और पार्किंग में गाड़ी लगाने की तस्वीरें साफ दिखाई दे रही हैं। अब देखा यह जा रहा है कि एयरपोर्ट परिसर से हत्यारों को पल- पल की कोई जानकारी तो उपलब्ध नहीं करा रहा था। हालांकि देर रात तक फुटेज की जांच से पुलिस की राह आसान नहीं हो सकी थी।