पटना : घरेलू विवाद में घर छोड़कर निकली महिला भटककर कानपुर पहुंच गई और लॉकडाउन में फंस गई। यहां से फिर वापस अपने घर जाने के लिए वह एक महीने लगातार पैदल चली और भटकर हजारीबाग पहुंच गई। यहां अफसरों ने प्रतिमा देवी को उसके परिवार वालों से मिलवाया। प्रतिमा भागलपुर जिले के कहलगांव की रहने वाली है। जनता कर्फ्यू के दिन घरेलू विवाद में वह अपनी मौसी के घर बांका जिले के अमरपुर जाने के लिए भागलपुर स्टेशन पहुंची। यहां से वह गलती से कानपुर वाली ट्रेन में बैठ गई और कानपुर पहुंच गई। लॉकडाउन लगने पर कानपुर से वह पैदल एक महीने चलकर झारखंड के हजारीबाग जिले के चौपारण पहुंची। यहां चोरदहा चेक पोस्ट पर पुलिस ने उसे रोक लिया।
आठ मई को कराई गई कोरोना जांच
प्रतिमा देवी को चौपारण पुलिस ने हजारीबाग समाज कल्याण विभाग को सौंप दिया। समाज कल्याण पदाधिकारी ने आठ मई को महिला की कोरोना जांच कराई। 10 मई को रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद प्रतिमा को मिर्जा चौकी मंडरों साहिबगंज भेजा गया। यहां से फिर उसे भागलपुर डीपीओ की मौजदूगी में परिवारवालों से सुपुर्द किया गया।