पटना : कोरोना संक्रमण फैलने के बाद दाह संस्कार में बड़ी समस्या आ रही है। श्मशाम घाट पर गंदगी और डोम राजा द्वारा हजारों रुपए मांगे जा रहे हैं। इन चीजों से परेशान भागलपुर के लोगों ने यमराज को ही पत्र लिख दिया है। पत्र की कॉपी भागलपुर के नगर आयुक्त, डीएम, एसपी और एसडीओ को भी भेजी है। यमराज को पत्र में लिखा है- हे प्रभु! हमलोग मरने के बाद अपने परिवार को कष्ट नहीं देना चाहते हैं, इसलिए आप इस समय हमाारी मौत का वारंट लेकर मत आइएगा। भागलपुर में दाह संस्कार के नाम पर लूट मची है। एक लाश के अंतिम संस्कार में 30920 रुपए का खर्च आता है। इसके अलावा डोम राजा के कई अन्य डिमांड और नखरे हैं। श्मशान घाट पर रहना भी बेहद मुश्किल हैं। यहां न तो पीने के पानी की व्यवस्था है और न ही अन्य बुनियादी सुविधाएं, इसलिए हमारी विनती है कि फिलहाल हमारी मौत के वारंट को टाल दें।
अंतिम संस्कार में आने वाले खर्च का ब्योरा भी दिया
लोगों ने अपने पत्र में दाह संस्कार में आने वाले खर्च का भी पूरा हिसात-किताब दिया है। इसमें लिखा है- लकड़ी-3 हजार रुपए, झौवा-200 रुपए, घी- 1 हजार रुपए, चंदन की लकड़ी, धुमना, फूल, कपूर और बांस-7 हजार रुपए, मुखाग्रि और पंचकोठी-3 हजार रुपए, घाट पर 50 लोगों का भोजन-10 हजार रुपए, घाट पर पानी और चाय-2 हजार रुपए, टायर-20 रुपए। कुल-30920 रुपए।
गरीबों को कबीर अंत्येष्टि से मिलते हैं सिर्फ 3 हजार
बता दें गरीब लोगों को सरकार दाह संस्कार करने के लिए सिर्फ तीन हजार रुपए देती है। कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत बीडीओ द्वारा यह राशि जारी की जाती है। ऐसे में इस राशि की अपेक्षा मौजूद खर्च 10 गुना अधिक है। ऐसे में लोगों को कर्ज लेना पड़ रहा है। ऐसे में मजबूर होकर लोगों को यह पत्र लिखना पड़ा। ताकि इन समस्याओं का निदान किया जा सके। श्मशान घाट पर बुनियादी सुविधाएं और साफ-सफाई की भी व्यवस्था हो।