पटना : बिहार सरकार ने लॉकडाउन को 10 दिनों के लिए बढ़ा दिया है। अब 25 मई तक लॉकडाउन लागू रहेगा। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए सरकार ने 15 मई तक लॉकडाउन की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार की दोपहर ट्वीट कर लॉकडाउन बढ़ाए जाने की जानकारी दी। इससे पहले मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों और पदाधिकारियों के साथ लॉकडाउन की स्थिति की समीक्षा की। लॉकडाउन के सकारात्मक प्रभाव को देखते हुए मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन को 25 मई तक बढ़ाए जाने का फैसला लिया। आज शाम 4:30 बजे मुख्य सचिव, विकास आयुक्त, पुलिस महानिदेशक, अपर मुख्य सचिव गृह विभाग और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
ये सभी चीजें रहेंगी पूरी तरह बंद
25 मई तक राज्य सरकार ने सभी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान, प्रशिक्षण, अनुसंधान संस्थानों को बंद रखने का निर्णय लिया है। सिनेमा हॉल, पार्क, जिम और वाणिज्यिक-निजी संस्थान बंद रहेंगे। अनावश्यक आवागमन प्रतिंधित रहेगी। बिना वजह घूमते पकड़े जाने पर कड़ी कार्रवाई रहेगी। सभी प्रकार के वाहनों का परिचालन बंद रहेगा। शॉपिंग मॉल नहीं खुलेंगे। धर्म स्थलों को बंद रखने का आदेश है। सभी सरकारी और निजी कार्यालय बंद रहेंगे।
इन चीजों को मिली छूट
रेस्तरां होम डिलीवरी कर सकेंगे। जरूरी सामानों की दुकानें खुलेंगी। विवाह में 50 लोग शामिल हो सकेंगे। अंतिम संस्कार और श्राद्ध कर्म में 20 लोग शामिल होंगे। दवा दुकान, अस्पताल, एंबुलेंस चलेंगी। सब्जी-फल-फूल वाले सुबह सात बजे से सुबह 11 बजे तक घूम-घूम कर अपनी चीजें बेच सकेंगे। ई-पास लेकर लोग बाहर जा सकेंगे। पब्लिक ट्रांसपोर्ट 50 फीसदी यात्रियों के साथ चलेगी। लेकिन इसमें सिर्फ रेल या हवाई सेवा से उतरे वाले यात्री बैठ सकेंगे। सभी तरह के निर्माण कार्य जारी रहेंगे। बैंकिंग, बीमा, एटीएम खुलेंगे। पेट्रोल पंप, एलपीजी, पेट्रोलियम प्रतिष्ठान, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया भी खुलेंगे। कृषि से जुड़े सभी काम को भी छूट दी गई है।
हाईकोर्ट की सख्ती के बाद सरकार ने उठाया कदम
कोरोना के बढ़ते मामले पर पटना हाईकोर्ट की सख्ती को देखते हुए सरकार ने लॉकडाउन लगाया है। पटना हाईकोर्ट ने महाधिवक्ता से कहा था कि राज्य सरकार से यह पूछें कि सरकार बताए कि वे लोग लॉकडाउन लगा रहे हैं या नहीं। हाईकोर्ट ने यह भी कहा कि लॉकडाउन पर आज निर्णय नहीं हुआ तो हाईकोर्ट फिर फैसला लेगा। हाईकोर्ट ने कोरोना से संबंधी इलाज और हालात पर दायर याचिका की सुनवाई करते हुए यह बात कही थी। कोर्ट ने कहा है कि आदेश के बाद भी कोरोना मरीजों के इलाज के लिए सुविधाएं नहीं बढ़ाई गईं हैं। अस्पतालों में निर्बाध ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए ठोस कार्य योजना भी नहीं बनाई गई है।
सूबे में बुधवार को मिले 9863 नए मरीज मिले, राजधानी में ही 977 केस
सूबे में कोरोना मरीजों की संख्या थमने का नाम नहीं ले रही है। बुधवार को कोरोना के 9863 नए मरीज मिले। इनमें राजधानी पटना के 977 मरीज हैं। दूसरे नंबर पर नालंदा है। यहां 523 नए मरीज सामने आए हैं। तीसरे नंबर पर मुजफ्फरपुर में 506, समस्तीपुर में 487, कटिहार में 487 और बेगूसराय में 409 नए मरीज मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बीते 24 घंटे में 111740 सैंपल की जांच की गई।
अब भी 99.6 हजार एक्टिव मरीज
सूबे में कोरोना के फिलहाल 99.6 हजार एक्टिव केस हैं। जबकि इस महीने 1 लाख 46 हजार मरीज स्वस्थ हुए हैं। 12 मई को 111740 सैंपल की जांच में 9863 पॉजिटिव निकले। 11 मई को 110071 सैंपल में 10920 पॉजिटिव मिले। 10 मई को 100110 सैंपल की जांच हुई, जिसमें 10125 मरीज सामने आए। 9 मई को 109190 सैंपल ली गई और 11259 पॉजिटिव पाए गए। 8 मई को 108010 सैंपल की जांच में 12948 लोग संक्रमित निकले। 7 मई को 107153 सैंपल की जांच में 13466 पॉजिटिव मिले। 6 मई को 105024 सैंपल लिए गए थे। इनमें 15126 पॉजिटिव केस। 5 मई को 95248 सैंपल की जांच में 14836 संक्रमित थे। 4 मई को 94891 सैंपल में 14794 संक्रमित थे। 3 मई को 72658 सैंपल की जांच में 11407 पॉजिटिव थे। 1 मई को 95686 सैंपल की जांच में 13789 पॉजिटिव मिले थे।