पटना: जम्मू-कश्मीर में पिछले 15 दिनों में गैर-कश्मीरों की निर्मम हत्या कर दी गई है। अब तक आधा दर्जन गैर-कश्मीरों की हत्या हो चुकी है। इससे प्रवासियों में दहशत है। प्रवासियों ने कश्मीर से लौटना शुरू कर दिया है। सोमवार को श्रीनगर से प्रवासियों का एक बड़ा समूह वहां से रवाना हुआ। इनमें राजस्थान निवासी एक शख्स ने कहा कि-कश्मीर के हालात बहुत खराब हैं। हम डरे हैं। हमारे साथ बच्चे हैं, इसलिए हम अपने गृह जिला जा रहे हैं। बता दें अक्टूबर के पहले हफ्ते से घाटी में गैर-कश्मीरों को आतंकवादी अपना निशाना बना रहे हैं। कश्मीर में डर के माहौल के बीच लोगों को घर लौटने के अलावा कोई विकल्प नहीं मिला। प्रवासियों में सबसे अधिक संख्या बिहार और उत्तरप्रदेश के लोगों की है। अब हत्या भी बिहार और उत्तरप्रदेश के लोगों की हुई है।
17 अक्टूबर को बिहारी दो और मजदूरों की हत्या
रविवार यानी 17 अक्टूबर को कश्मीर में बिहार के दो और लोगों की हत्या कर दी गई। इन दोनों को आतंकवादियों ने गोली मार दी। जबकि दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में एक तिहाई लोगों को बुरी तरह से घायल कर दिया गया। इनमें 11 लोगों की स्थिति गंभीर है, जिसमें 5 प्रवासी श्रमिक हैं। कश्मीर पुलिस ने कहा कि पीड़ित राजा रेशी देव और जोगिंदर रेशी देव बिहार के एक साथी के साथ कुलगाम के लारन गंगिपोरा वानपोह में किराए के घर के अंदर थे, तभी आतंकवादी घुसे और गोलियों से उन्हें छलनी कर दिया। इसमें राजा और जोगिंदर की मौके पर ही मौत हो गई। एक अधिकारी के मुताबिक दोनों बिहारियों को छह-छह गोलियां मारी गईं हैं। कमरे में चुनचुन रेशी देव को भी गोलियां मारी गईं। हालांकि अस्पताल में उसकी स्थिति स्थिर है।