पटना। कुछ महीने शांत रहने के बाद एक बार फिर से कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। अमेरिका में तेजी बढ़ रहे मामलों के बीच अब देशभर में जगह-जगह से पाॅजिटिव मामलोें मे तेजी के केसेज सामने आ रहे हैं। बिहार में भी केस बढ़ने शुरू हो गए हैं। कल सिर्फ पटना में सात मामले दर्ज किए गए। बिहार में कोरोना का नया वैरिएंट बीए.12 मिला है। डाॅक्टर्स के मुताबित यह यह तीसरी लहर के बीए.2 वैरिएंट से 10 गुना अधिक खतरनाक है।
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में डिटेक्ट हुए नए स्ट्रेन के केस देश में काफी कम है। दिल्ली में भी इसके एक-दो मामले सामने आए हैं। अब इस नए वैरिएंट बीए.12 को लेकर स्टडी की जा रही है। साइंटिस्ट का कहना है कि यह सबसे पहले अमेरिका में डिटेक्ट हुआ था। आईजीआईएमएस में 13 सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई गई थी, जिसके बाद यह रिपोर्ट आई है। आईजीआईएमएस की माइक्रोबायोलॉजी की एचओडी प्रोफेसर नम्रता कुमारी का कहना है कि 2 महीने तक सीक्वेंसिंग का काम बंद था, क्योंकि नए मामलों की संख्या कम हो गई थी। कोरोना का संक्रमण भी काफी सामान्य हो गया था, लेकिन देश में अचानक से बढ़े मामले तो बिहार के सैंपल की सीक्वेंसिंग की गई।
साइंटिस्ट डॉ अभय का कहना है कि 12 सैंपल में बीए.2 मिला है, लेकिन एक सैंपल में बीए.12 मिला है। साइंटिस्ट का कहना है कि बीए.2 की तुलना में बीए.12 की संक्रमित करने की क्षमता कई गुना अधिक है। विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि यह ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट बीए.2 से 10 गुना अधिक खतरनाक है। जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट आने के बाद से ही उसकी केस स्टडी खंगाली जा रही है, क्योंकि मामला पटना से जुड़ा है, इस कारण से उसके संपर्क में आने वालों की भी जांच पड़ताल कराई जा रही है।