पटना : कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लेने के बाद भी वैशाली में कोरोना से एक वृद्धा की मौत हो गई है। जबकि तीन संक्रमितों की स्थिति गंभीर है। इन तीनों का इलाज बेलसर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में चल रहा है। वैक्सीन के बाद संक्रमित की मौत की जानकारी के बाद स्वास्थ्य विभाग और जिले में हड़कंप मचा है। मृत 70 वर्षीय महिला के गांव पहुंचकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लोगों से पूछताछ की। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कहा कि पूरे मामले की जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। बता दें एक सप्ताह पहले गया जिले के कोंच प्रखंड निवासी आंगनबाड़ी सेविका कुमारी विंध्यवासिनी देवी की भी कोरोना से मौत हो गई थी। पटना एम्स में इलाज के दौरान सेविका ने दम तोड़ा था। जबकि वह कोरोना का टीका लगवा चुकी थी। कुमारी विंध्यवासिनी को पटना एम्स में 12 मार्च को भर्ती कराया गया था। पटना एम्स के नोडल अधिकारी डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि सेविका को बचाने की कोशिश की गई पर वह वायरस से बहुत ज्यादा संक्रमित हो चुकी थी। वहीं, मृत सेविका के पति सत्येंद्र प्रसाद शर्मा ने बताया कि उनकी पत्नी ने कोरोना टीका के दोनों डोज लिए थे। पहला डोज चार फरवरी को और फिर दूसरा डोज छह मार्च को लिया था।
होली में नहीं कर सकते कोई आयोजन, सरकार ने लगाई रोक
सूबे में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर राज्य सरकार ने होली में किसी भी कार्यक्रम के आयोजन पर पाबंदी लगा दी है। सार्वजनिक जगह हो या टोला-मोहल्ला सामूहिक कार्यक्रम पर पूरी तरह रोक है। गृह विभाग ने इसको लेकर आदेश जारी कर दिया है। विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद के अनुसार होली दहन के दिन भी कम संख्या में लोगों को इकट्ठा होना है। इसके साथ ही शब-ए-बारात को लेकर भी भीड़ नहीं इकट्ठा करने का आदेश है। घर या बाहर सभी जगहों पर कोरोना से जुड़ी पूरी गाइडलाइन के पालन करने का आदेश है। गाइडलाइन का उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
एक्टिव मरीजों की संख्या पहुंची करीब 300
सूबे में कोरोना मरीजों की संख्या में लागातर इजाफा हो रहा है। बीते 15 दिनों में एक्टिव मरीजों की संख्या चार गुनी हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 19 मार्च को 90 केस थे। जबकि 25 मार्च तक यह संख्या 258 पहुंच चुकी है। 26 और 27 मार्च को एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर करीब 300 पहुंच गई है। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि दो दिनों में 428 नए मरीज मिले हैं। यह गंभीर बात है। उन्होंने बताया कि आरटीपीसीआर टेस्ट बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। सभी अस्पतालों में आरटीपीसीआर टेस्ट ज्यादा से ज्यादा किए जाएंगे। संक्रमित के इलाके को माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा। फिलहाल हर दिन 37 हजार आरटीपीसीआर टेस्ट किए जा रहे हैं। ट्रू नेट मिलाकर हर दिन कुल जांच की संख्या 44 हजार है।
पटना प्रमंडल में सबसे अधिक संक्रमण
प्रधान सचिव के मुताबिक पटना प्रमंडल में एक बार फिर कोरोना का संक्रमण सबसे अधिक है। यहां 445 एक्टिव केस हैं। सारण में 32 एक्टिव मरीज हैं। इसी तरह गया में 68, भागलपुर में 84, मुंगेर में 74, सहरसा में 25, पूर्णिया में 92, दरभंगा में 50 और तिरहुत प्रमंडल में 54 एक्टिव मरीज हैं। अब तक 241 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए जा चुके हैं।