कुछ समय से लोगों की शिकायत थी कि रेलगाड़ी का सफर आरामदायक या शानदार नहीं है। लोगों की इसी परेशानी को दूर करते हुए रेलवे ने अब पटनावासियों को एक तोहफा दिया है। पटना से नई दिल्ली का सफर अब और आरामदायक होगा। पहले से और सुविधाओं वाला होगा। पैसेंजर्स को पूरी तरह से सफर का एक नया अनुभव मिलेगा। पटना राजधानी स्पेशल एक्सप्रेस में सफर करने वालों को 1 सितंबर से पूरी तरह से नई रैक मिलेगी।
पूर्व मध्य रेलवे ने राजेंद्र नगर से नई दिल्ली के बीच चलने वाली 02309/02310 राजधानी स्पेशल एक्सप्रेस की रैक को अपग्रेड कर दिया है। अब यह ट्रेन तेजस रैक के साथ चलेगी। ट्रेन के मौजूदा एलएचबी रैक को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करके तेजस रैक में बदला गया है। पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ राजेश कुमार के अनुसार इस अत्याधुनिक विशेषताओं के साथ राजधानी स्पेशल के नए तेजस रैक में बदलने से पैसेंजर्स को सुखद यात्रा का अनुभव प्राप्त होगा। बता दें कि तेजस रैक वाली राजेंद्रनगर टर्मिनल-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस स्पेशल की शुरुआत 1 सितंबर से शुरू होगी।
कोच के अंदर बर्थ की बनावट ऐसी है कि सफर के दौरान पैसेंजर को आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा। सभी कोचों में पर्दे की जगह रोलर ब्लाइंड लगाए गए हैं। साफ-सफाई पर फोकस करते हुए प्रत्येक कंपार्टमेंट में डस्टबीन रखें हैं। सभी कोचों में बायो-वैक्यूम टॉयलेट लगाए गए हैं जो अच्छी फ्लशिंग के कारण शौचालय में बेहतर साफ-सफाई बनाए रखने में मदद करेगी। साथ ही इससे पानी की भी बचत होगी। शौचालय के दुर्गंध को रोकने के लिए एक यंत्र लगाया गया है।
तेजस रैक वाली इस ट्रेन के सभी कोच में ऑटोमेटिक प्लग इनडोर प्रणाली लगाई गई है। सभी कोच के गेट सेंट्रलाइज तरीके से रेगुलेट होंगे। जब तक सभी कोच के गेट बंद नहीं होंगे तब तक ट्रेन नहीं चलेगी। हर कोच में सीसीटीवी कैमरा, पैसेंजर्स के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम, अगला स्टेशन, शेष दूरी, आगमनध्प्रस्थान का अपेक्षित समय, विलंब और सुरक्षा के बारे में बताने के लिए 2 एलसीडी डिस्प्ले लगाए गए हैं।
तेजस रैक वाली इस नई राजधानी स्पेशल एक्सप्रेस के सेकेंड और थर्ड एसी के सभी कोचों में साइड लोअर बर्थ बिल्कुल अलग होगी। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार इसकी बनावट में बदलाव कर दिया गया है। इसे सिंगल पीस बेड का रूप दिया गया है। ऊपर की बर्थ पर चढ़ने के लिए सुविधाजनक व्यवस्था की गई है। सभी पैसेंजर्स के लिए मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट दिया गया है। इन कोचों को आरामदायक बनाने और बेहतर यात्रा अनुभव के लिए बोगियों में एयर स्प्रिंग सस्पेंशन दिया गया है। मतलब, रेलवे का मानना है कि लगातार रेलगाड़ी से हवाई सफर की ओर भाग रहे पैसेंजर्स के लिए जबतक कुछ सुविधाएं नहीं बढाई जाएंगी, तब तक वे रूकने वाले नहीं है और इसलिए यह सविधा देने की पहल की गई है।