पटना : लॉकडाउन के कारण रोजगार छिनने के बाद अपने राज्य लौट रहे लोगों की परेशानियों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को मरहम लगाने की कोशिश की। जिला परिषद और पंचायत जनप्रतिनिधियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत में उन्होंने प्रवासियों को लेकर एक बड़ी बात कही। सीएम ने कहा कि जब यह देश एक है और लोग एक जगह से दूसरी जगह सेवा करने गए हैं तो यह अच्छी बात नहीं है कि जब बिहार के बाहर से लोग वापस आए तो उन्हें प्रवासी कहा जाए। हां, जब वो देश के बाहर जाए तो उन्हें आप प्रवासी कह सकते हैं। नीतीश ने आगे कहा कि दूसरे राज्यों में इनके साथ जो हुआ, उसके लिए उस राज्य की सरकार दोषी है। जब बिहारी वहां काम करने गए हैं तो उनकी देखभाल की जिम्मेदारी भी उस सरकार की है।
40 हजार बेड वाला आइसोलेशन सेंटर पर जोर
सीएम नीतीश कुमार ने राज्य में कोरोना के बढ़ते संक्रमण और तैयारियों पर भी बात की। उन्होंने कोरोना की टेस्टिंग हर दिन तीन हजार से ज्यादा करने की कोशिश की बात कही। साथ ही आइसोलेशन सेंटर की क्षमता बढ़ाने पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि 40 हजार वाले बेड का आइसोलेशन सेंटर तैयार करने को लेकर प्रयासरत हैं।