पटना : बिहार में तेजी से फैल रहे कोरोना (Corona) पर अब राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है। अब तक बिहार सरकार पर कोरोना से संबंधित आंकड़े छुपाने का विपक्ष आरोप लगा रहा था, लेकिन अब प्रधानमंत्री और सूबे के सरकारी तंत्र को महामारी के फैलने का दोषी बताया जा रहा है। जी हां, पूर्व मुख्यमंत्री और हम के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने पीएम और सूबे के सरकारी अफसरों पर हमला बोला है। मांझी ने कहा कि कोरोना से जुड़ी जानकारी होने के बावजूद उसकी रोकथाम के उपाय नहीं करके प्रधानमंत्री अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ट ट्रंप के स्वागत में लगे थे। मांझी ने कहा कि 30 जनवरी से पहले ही इस महामारी की जानकारी सरकार को हो गई थी, लेकिन बचाव और रोकथाम का काम नहीं किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि मोदी को जनता से माफी मांगनी चाहिए।
कोरोना प्रभावमुक्त जिले से लॉकडाउन हटाने की मांग
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सूबे में कोरोना को लेकर अच्छी व्यवस्था की गई है, लेकिन सरकारी अफसरों की लापरवाही लगातार सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि मात्र 20 प्रतिशत आबादी तक ही स्वास्थ्य सेवाएं पहुंच रही हैं। मांझी ने सरकार से कोरोना प्रभावमुक्त जिलों से लॉकडाउन हटाने की मांग की है।