पटना : पंजाब कांग्रेस सरकार में एक बार फिर अंतर्कलह बढ़ गया है। हाल में आला कमान द्वारा सुलह को लेकर हुई कोशिश ज्यादा दिन नहीं टिकी। नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि उन्हें फैसले लेने की आजादी नहीं मिली तो वह ईंट से ईंट बजा देंगे। एक कार्यक्रम में नवजोत ने कहा कि मैं पंजाब के लोगों की सेवा के लिए राजनीति में आया हूं और मेरी कोशिश है कि मैं उनकी उम्मीदों पर खड़ा उतरूं। मैं जनता के लिए हमेशा काम करता रहूंगा। सिद्धू के इस बयान पर पंजाब के कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने प्रतिक्रिया दी है। हरीश ने कहा कि मैंने नवजोत का बयान सुना है। मैं पता करूंगा कि उन्होंने अपना यह बयान किस संदर्भ में दिया है। हरीश रावत ने कहा कि नवजोत तो पंजाब कांग्रेस के प्रमुख हैं तो उनको फैसले लेने में आजादी कैसे नहीं होगी? उनके अलावा और कौन निर्णय ले सकता है? इसके बाद कहा कि पार्टी में कुछ खटपट नहीं चल रही है। सब कुछ बिल्कुल सही है।
दो गुट में बंटा है पंजाब कांग्रेस
पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके पहले से कांग्रेस दो खेमे में बंट चुकी है। एक खेमा मौजूदा मुख्यमंत्री कैप्टर अमरिंदर सिंह का और दूसरा नवजोत सिंह सिद्धू का है। दोनों खेमे में लगातार तनातनी सामने आ रही है। अब सिद्धू के इस बयान ने इस खटखट को और बढ़ावा दे दिया है। दूसरी ओर पंजाब कांग्रेस के 4 मंत्री और 3 विधायक गुरुवार को उत्तराखंड में हरीश रावत से मिलने पहुंचे। यहां इन नेताओं ने हरीश से पंजाब चुनाव को लेकर चिंता जाहिर की। नेताओं ने कहा कि अंतर्कलह के बीच पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत की संभावनाएं बेहद कम नजर आ रही हैं।