पटना। बिहार में भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। एनएमसीएच में एक साथ 84 डाॅक्टर्स के कोरोना पाॅजिटिव होने के बाद से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अलर्ट हो गए हैं। आईजीआईएमएस में 15 से 18 साल के बच्चों के लिए वैक्सीन की शुरुआत के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार गंभीर है। कल इसको लेकर मीटिंग में कोई फैसला लिया जाएगा। बता दें कि आईजीआईएमएस में अब कोरोना के नए वैरियंट ओमिक्राॅन की जांच भी शुरू हो गई है।
नीतीश कुमार ने कहा, ओमिक्रॉन की जांच के लिए जिनोम सिक्वेंसिंग की व्यवस्था आज से आईजीआईएमएस में शुरू हो रही है। अब तुरंत इसका टेस्ट हो जाएगा और पता चल जाएगा कि मरीज की स्थिति क्या है। मौके पर मौजूद स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे लगातार इसमें एक-एक चीज को देख रहे हैं और एक्टिव है। बिहार में कोरोना की जांच को लेकर लगातार हम लोग गंभीर हैं। जांच में भी तेजी लाई जा रही है।
बीते छह दिनों में कोरोना के केस में 750 परसेंट की बढ़ोत्तरी हुई है। 28 दिसंबर को 47 कोरोना पॉजिटिव केस आए थे, तो दो जनवरी को 352 नए मामले सामने आए।
इधर, बिहार में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस ने चिंता बढ़ा दी है। मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इसे देखते हुए अब राज्य बंदिशों की ओर बढ़ने लगा है। बिहार में नाइट कर्फ्यू लगेगा या लॉकडाउन, या सिर्फ थोड़ी सी सख्ती बढ़ेगी, इसका फैसला कल की बैठक में होगा। वैसे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लगभग एक सप्ताह की बंदिशें लगा सकती है सरकार।
बच्चों के वैक्सीनेशन कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, बिहार में अभी स्थिति वैसी नहीं आई है। नाइट कर्फ्यू या अगले 5-7 दिनों के लिए जो भी निर्णय लेना होगा, उसके लिए कल बैठक होगी। बैठक में सभी जगहों की समीक्षा होगी और फिर हम निर्णय लेंगे। अपनी समाज सुधार यात्रा को लेकर सीएम ने कहा, यह नहीं टलेगा। कल मेरी यात्रा होगी। हालांकि अभी कुछ भी कह पाना मुमकिन नहीं है।
बड़ी खबर यह कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जनता दरबार चल रहा है। जनता दरबार में प्रवेश से पहले सभी लोगों का इस बार भी कोरोना टेस्ट किया जाता है। एंटीजन टेस्ट में 6 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके बाद जनता दरबार में हड़कंप मचा हुआ है। बता दें कि पहली लहर और दूसरी लहर में भी मुख्यमंत्री आवास से लेकर राजभवन तक में बड़ी संख्या में पॉजिटिव मिले थे.। हालांकि जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आती है उन्हें ही जनता दरबार में प्रवेश करने की इजाजत है। इसके बाद से सरकार के अफसर भी अलर्ट हो गए हैं।