पटना : सीवान के पूर्व सांसद और बाहुबली मो. शहाबुद्दीन की कोरोना से मौत हो गई है। तिहाड़ जेल में सजा काट रहे शहाबुद्दीन को दो दिन पहले ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर रखा था। छह महीने पहले शहाबुद्दीन के पिता मो. हसीबुल्लाह का भी निधन हुआ था। 15 फरवरी 2018 में सीवान जेल से शहाबुद्दीन को तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया गया था। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया- पूर्व सांसद शहाबुद्दीन का कोरोना संक्रमण के कारण असमय निधन की दुखद खबर पीड़ादायक है। ईश्वर उनको जन्नत में जगह दें, परिवार और शुभचिंतकों को संबल प्रदान करें। उनका निधन पार्टी के लिए अपूरनीय क्षति है। दुख की इस घड़ी में राजद परिवार शोक संतप्त परिजनों के साथ है। पूर्व सांसद पप्पू यादव ने भी शहाबुद्दीन के निधन पर शोक जताया। इन्होंने ट्वीट किया- सीवान के शहाबुद्दीन जी को भी आखिर कोरोना ने लील लिया, लेकिन वह कोरोना से अधिक सिस्टम और सियासत के शिकार हुए। मतलब के अनुसार इस्तेमाल किया, फिर अंतहीन जलालत झेलने अकेला छोड़ दिया। मेरी संवेदना शहाबुद्दीन जी के परिजनों और चाहने वालों के साथ है। खुद रहम करें, सबको सब्र दें।
भाजपा एमएलसी हरि नारायण चौधरी का कोरोना से निधन
भाजपा के विधान पार्षद हरि नारायण चौधरी का भी कोरोना संक्रमण के कारण निधन हो गया है। हरि नारायण का इलाज आईजीआईएमएस में चल रहा था। इनसे पहले जदयू नेता और पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. मेवालाल चौधरी की भी कोरोना से मौत हुई थी। बिहार परिमंडल के चीफ पोस्ट मास्टर जनरल अनिल कुमार का भी कोरोना संक्रमण के कारण निधन हो गया है। ये पटना एम्स में भर्ती थे।
सीएम नीतीश ने भी जताया शोक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पूर्व सांसद के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि वे लंबे समय तक सीवान से विधायक और सांसद रहे। सीएम ने पीड़ित परिजनों को दुख की घड़ी में धैर्य रखने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की। सीएम ने भाजपा एमएलसी के निधन पर भी शोक जताया। राजद विधायक तेजप्रताप यादव ने भी शहाबुद्दीन के निधन पर शोक जताया और राजद के लिए अपूरनीय क्षति बताई।
लालू की हो गई रिहाई, शिफ्ट हुए बेटी के घर
इधर, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद जेल से रिहा हो गए। दिल्ली एम्स से वह अपनी बड़ी बेटी मीसा भारती के घर में शिफ्ट हुए हैं। पटना में बढ़े हुए कोरोना संक्रमण और लालू के नाजुक स्वास्थ्य को देखते हुए परिवार ने उन्हें दिल्ली में ही मीसा के घर में शिफ्ट कराया है। यहां वह डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगे। बता दें झारखंड हाईकोर्ट ने लालू को 17 अप्रैल को चारा घोटाले के दुमका कोषागार से अवैध निकासी मामले में जमानत दी थी। इसके बाद झारखंड बार काउंसिल द्वारा न्यायिक कार्य बंद किए जाने के कारण वह 12 दिन बाद रिहा हुए हैं।
हाईकोर्ट ने इन शर्तों पर लालू को दी है जमानत
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले में साढ़े तीन साल बाद जमानत मिल गई है। झारखंड हाईकोर्ट ने लालू को सशर्त जमानत दी है। जस्टिस अपरेश कुमार सिंह ने लालू को कहा है कि एक लाख के निजी मुचलके, 10 लाख जुर्माना जमा करेंगे। साथ ही लालू को अपना पासपोर्ट जमा करना होगा। कोर्ट की अनुमति के बिना वे विदेश नहीं जा सकेंगे। कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया है कि वे अपना मोबाइल नंबर, पता नहीं बदलेंगे। बता दें चारा घोटाले के दुमका कोषागार से अवैध निकासी के मामले में लालू को नियमित जमानत मिली है। उन्होंने कोर्ट से अपील की थी उनके गिरते स्वास्थ्य और आधी सजा पूरी करने के आधार पर उन्हें बेल दिया जाएगा। लालू के छोटे बेटे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपने पिता के जमानत की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि पिता जी को जमानत मिल चुकी है। फिलहाल वह दिल्ली एम्स में भर्ती है। उनकी किडनी में काफी ज्यादा संक्रमण है और सांस लेने में तकलीफ हो रही है, इसलिए उनका इलाज अभी एम्स में ही चलेगा।
दुमका कोषागार से अवैध निकासी का क्या है मामला
बिहार और झारखंड जब अलग नहीं हुआ था। उस दौरान मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के कार्यकाल में दुमका कोषागार से 3.76 करोड़ रुपए की अवैध निकासी हुई थी। मामले में सीबीआई ने केस दर्ज किया था और लालू समेत 31 लोगों को आरोपी बनाया था। कोर्ट ट्रायल के अनुसार लालू पर 1995 के दिसंबर से 1996 के जनवरी तक दुमका कोषागार से फर्जी वाउचर के माध्यम से 1.76 करोड़ रुपए की निकासी का आरोपी सही पाया गया था। यह अवैध निकासी जानवरों के चारा, कृषि उपकरण, दवाओं की खरीद के नाम पर हुई थी।