पटना। थ्रिलर वेब सीरीज देखने का अपना ही मजा है। आप डर के मारे अपनी कुर्सी की पेटी बांधे रहते हैं और डायरेक्टर आपको अपने किरदारों से आपको डरा रहा होता है। जल्द ही एक थ्रिलर वेब सीरीज डिटेक्टिव बुमराह रिलीज होने वाली है। इस सीरीज का ट्रेलर रिलीज कर दिया गया। इसी सीरीज का एक रोमांचक किस्सा है द मिसिंग मैन। डिटेक्टिव बुमराह के डरावने किस्से 21 जनवरी को दिखेंगे। डिटेक्टिव बुमराह की भूमिका निभा रहे सुधांशु राय लोकप्रिय कहानीकार हैं और इन्होंने इस वेब सीरीज का निर्देशन भी किया है।
सुधांशु राय ने अभिनय एवं निर्देशन की शुरुआत शॉर्ट फिल्म चायपत्ती से की थी, जो कुछ महीने पहले ही रिलीज हुई थी। इस फिल्म को सिने-क्रिटिक एवं दर्शकों का खूब प्यार मिला। डिटेक्टिव बुमराह वेब सीरीज में सुधांशु मुख्य भूमिका में हैं, जबकि बुमराह के साथी सैम का किरदार निभा रहे हैं एक्टर राघव झिंगरन। इस वेब सीरीज में चायपत्ती की स्टारकास्ट शोभित सुजय, अभिषेक सोनपलिया एवं प्रियंका सरकार के अलावा अखलाक अहमद आजाद, मनीषा शर्मा तथा गरिमा राय अन्य अहम किरदार निभा रहे हैं। द मिसिंग मैन का ट्रेलर एक ऐसे आदमी की कहानी से हमें रू-ब-रू कराता है जो एक हेरिटेज होटल के बंद कमरे में अकस्मात् पाया जाता है, और वह उस हवेली की छत से कूदने के बाद मानो हवा में गायब हो जाता है। जब सभी उसे खोज पाने में असफल हो जाते हैं, तब डिटेक्टिव बुमराह को यह गुत्थी सुलझाने के लिए बुलाया जाता है। डिटेक्टिव बुमराह हमेशा की तरह अपने दिलचस्प अंदाज में सैम के साथ मिलकर इस रहस्य को सुलझाने में जुट जाते हैं और कुछ संगीन परिस्थितियों का सामना करते हैं।
सुधांशु एवं पुनीत दोनों ने द मिसिंग मैन की कहानी लिखी है, जबकि अनंत राय इस वेब सीरीज के सहनिर्देशक एवं क्रिएटिव निर्माता हैं। फोटोग्राफी निर्देशन विपिन सिंह का है, जबकि डिटेक्टिव बुमराह का संपादन साहिब अनेजा ने किया है। इसके बैकग्राउंड स्कोर को लेजर एक्स ने डिजाइन किया है, जबकि निखिल पटवर्धन ने इसमें अतिरिक्त संगीत दिया है।
अपनी वेबसीरीज के बारे में अभिनेता-निर्देशक सुधांशु राय ने बताया कि डिटेक्टिव बुमराह एक ऐसा किरदार है जिसे मैंने सालों पहले बनाया था और तब से ही मेरे दर्शकों ने इसे खूब पसंद किया है। अन्य किसी भी आइकॉनिक जासूसी पात्रों के विपरीत डिटेक्टिव बुमराह भौगोलिक, आकाशीय या वास्तविक बाधाओं सीमाओं से परे जाता है, और उन चीजों को भी देख पाता है जो सामान्य सोच के परे है। और यही वह एक्स फैक्टर है जो डिटेक्टिव बुमराह को बाकी समकालीन कैरेक्टर से जुदा करता है। इस तरह का कंटेंट एवं कांसेप्ट भारतीय दर्शकों ने शायद ही पहले देखा है। हमें पूरा भरोसा है कि डिटेक्टिव बुमराह के किरदार के जरिये हम अपने दर्शकों और प्रशंसकों की रोमांचकारी उम्मीदों पर पूरी तरह खरा उतरेंगे। लोग इसे देखकर एक बार डरने को जरूर मजबूर हो जाएंगे।
सिल्वर स्क्रीन पर डिटेक्टिव बुमराह किरदार की जरूरत एवं खासियत पर प्रकाश डालते हुए सेंट्स आट्र्स के डायरेक्टर पुनीत शर्मा कहते हैं कि डिटेक्टिव बुमराम जासूसी किरदारों में मौजूदा खालीपन को भरता है। अभी तक हमने जितने भी जासूसी किरदार देखे हैं वे पुरातन हैं, शास्त्रीय हैं, जिन्हें समकालीन सिनेमा में किसी तरह फिट कर दिया गया है। लेकिन डिटेक्टिव बुमराह एक ऐसा किरदार है जो अल्ट्रा-मॉडर्न होने के साथ-साथ कंटेंट-वाइज बेहद दिलचस्प एवं खासा मनोरंजक है। इसकी अदा एवं केस सुलझाने की स्टाइल इसे न ही बाकी से अलग करती है बल्कि उसे समकक्ष बनाती है।