पटना : बेगूसराय जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के मोहनपुर गांव में एक युवक अपनी पड़ोसन को लेकर भाग गया। शादीशुदा महिला के घर से भागने के बाद दबंगों ने आरोपी के बड़े भाई की जमकर पिटाई की। मोहनपुर निवासी उमेश सिंह का 22 वर्षीय बेटा गौतम कुमार को दबंगों ने 18 जुलाई को फोन करके बुलाया और फिर हाथ-पैर बांधकर रात भर उसकी पिटाई की। इसके बाद दबंगों ने गौतम को हसनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत छोटी बागमती नदी के पास एक खेत में फेंक दिया। नदी में गौतम की लाश को देखकर गढ़पुरा के लोगों ने थाने में सूचना दी। गढ़पुरा पुलिस की सूचना पर मुफ्फसिल थानाध्यक्ष राजीव लाल और पवन के परिजन वहां पहुंचे। परिजनों ने पवन की शिनाख्त की। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
महिला को लेकर भागे जाने के बाद से दोनों परिवार में था विवाद
गौतम के छोटे भाई द्वारा पड़ोसन को लेकर भाग जाने के बाद से दोनों परिवारों में तनाव था। मुफ्फसिल पुलिस के अनुसार गौतम का छोआ 15 दिन पहले पड़ोसी की शादीशुदा महिला को लेकर भाग गया था। तब से दबंग परिवार का उस युवक के परिवार से तनाव चल रहा था। ग्रामीणों ने कहा कि छोटे भाई की करतूर की सजा बड़े भाई की देना गलत है। छोटा भाई किसी महिला को लेकर भाग गया और हत्या बड़े भाई की कर दी गई। पुलिस ने बताया कि मृत गौतम अपनी बहन के यहां वीरपुर गया हुआ था। 18 जुलाई की शाम 7 बजे उसे फोन आया और वह अपनी बाइक लेकर बहन के यहां से निकला। इसके बाद वह घर लौटकर नहीं आया। गौतम की बाइक और चप्पल नावकोठी थाना क्षेत्र से बरामद हुई है। पुलिस का कहना है कि हत्या करने वाला गौतम का खास नजदीकी है। पुलिस का आशंका है कि अवैध व्यवसाय में लेन-देन के विवाद पर भी हत्या की जा सकती है।
18 जुलाई को की गई हत्या
ग्रामीणों का कहना है कि गौतम की हत्या 18 जुलाई को ही की गई है। शव देखने से ही लग रहा था कि बरामदगी के एक दिन पहले उसकी हत्या की गई है। पुलिस ने बताया कि तकनीकी अनुसंधान के आधार पर गौतम के मोबाइल का लोकेशन मौजी गांव तक मिला है। लाश पूरी तह विकृत अवस्था में थी। उसके हाथ-पैर पर जख्म के निशान हैं। पुलिस ने कहा कि अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हत्या की वजह और विधि पता चलेगी।